अगर आप घर बनवाने या मरम्मत की सोच रहे हैं तो इसके लिए आपको अपनी जेब ज्यादा ढ़ीली करनी होगी, क्योंकि सीमेंट के दाम बढ़ने वाले हैं. देश भर में सीमेंट उत्पादक अप्रैल महीने में कीमतों में औसतन 10-15 रुपए प्रति बैग की बढ़ोतरी कर सकते हैं. सीमेंट कंपनियों ने कीमतों में इजाफे का ये निर्णय मांग में कमी को देखते हुए लिया है.
बाजार हिस्सेदारी हासिल करने और लागत में गिरावट के लिए बड़े खिलाड़ियों से मुकाबला करने की वजह से सीमेंट के दाम बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. भारत में सीमेंट डीलर कीमतों में 10-20 रुपए तक की बढ़ोतरी कर सकते हैं. हालांकि सीमेंट के दाम लगातार पांच महीनों से सुधार हुआ है, लेकिन मार्च तिमाही की औसत कीमतें दिसंबर तिमाही की तुलना में 5-6% कम हैं. कीमतों में सबसे तेज कटौती पूर्व और दक्षिण भारत में देखने को मिली.
विश्लेषकों का कहना है कि अप्रैल में सीमेंट की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ उत्पादक तिमाही के दौरान कम मात्रा के प्रभाव को कम कर सकेंगे. हालांकि, इन मूल्य वृद्धि की स्थिरता मायने रखेगी क्योंकि मांग कम रहने से बढ़े हुए दाम को आंशिक या पूर्ण रूप से वापस लिया जा सकता है.
किन जगहों पर कितनी बढ़ेगी कीमत?
दक्षिणी भारत में सीमेंट की कीमतों में बढ़ोतरी 30-50 रुपए प्रति 50 किलोग्राम तक हो सकती है. वहीं मध्य भारत में 15-20 रुपए प्रति बैग का इजाफा हो सकता है. उत्तर भारत में कीमतों में 10-15 रुपए प्रति बैग की बढ़ोतरी होने की संभावना है, जबकि पश्चिम भारत में 20-25 रुपए की बढ़ोतरी और पूर्वी क्षेत्रों में कीमतों में लगभग 30 रुपए प्रति बैग की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया जा रहा है.
इन वजहों से कीमतों में दिखी गिरावट
जियोजिट फाइनेंशियल सर्विसेज के फंडामेंटल एनालिस्ट विंसेंट केए के मुताबिक पूरे भारत में सीमेंट की कीमतों में पिछले अक्टूबर से गिरावट का रुख बना हुआ है. इसकी मुख्य वजह कमजोर मांग, मौसम के हालात और राज्य चुनाव समेत कई दूसरे कारण हैं. मगर मानसून सीजन से पहले निर्माण गतिविधियों में तेजी से सीमेंट की कीमतों में इजाफा हो सकता है. इसके अलावा रियल एस्टेट सेक्टर में आए उछाल की वजह से भी सीमेंट के दाम बढ़ सकते हैं.