UCO Bank Fraud CBI Registered Case: यूको बैंक के 41,000 खाताधारकों के खातों में अचानक 820 करोड़ रुपये की राशि जमा होने के मामले में अब सीबीआई (CBI) ने एक ऐसे मामले में FIR दर्ज की है. इस मामले में जिस प्राइवेट बैंक के खातों से पैसा ट्रांसफर हुआ, वहां खाताधारकों को कोई अलर्ट यानी ‘डेबिट’ का मैसेज नहीं मिला. सीबीआई ने इस मामले में सख्ती दिखाते हुए कोलकाता तथा मंगलूर सहित कई शहरों में छापेमारी की है.
सीबीआई कर रही छापेमारी
सीबीआई अधिकारियों की तरफ से दी गई जानकारियों के अनुसार तीन दिन के भीतर तत्काल भुगतान सेवा (IMPS) के जरिए कुल 8.53 लाख से अधिक के लेनदेन हुए. इसमें यूको बैंक के खाताधारकों के 41,000 खातों में निजी बैंकों के करीब 14,000 खाताधारकों से 820 करोड़ रुपये पहुंच गए. उन्होंने कहा कि मूल बैंक खातों से कोई भी राशि ‘डेबिट’ के रूप में नहीं दिख रही थी. इतना ही नहीं, कई खाताधारकों ने अपने खातों में अचानक आई राशि को निकाल भी लिया. इसमें करीब 8,53,049 लेनदेन शामिल हैं और यह लेनदेन गलती से यूको बैंक के खाताधारकों के रिकॉर्ड में दर्ज हो गया, जबकि मूल बैंकों ने लेनदेन दर्ज नहीं हैं.
दो सहायक इंजीनियरों पर FIR
अधिकारियों के अनुसार, यूको बैंक की शिकायत पर बैंक में काम करने वाले दो सहायक इंजीनियरों और बाकि अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ FIR दर्ज हुई है. इस शिकायत में लगभग 820 करोड़ रुपये के संदिग्ध आईएमपीएस लेनदेन के बारे में बताया गया है. सीबीआई के प्रवक्ता ने छापेमारी के दौरान बताया कि कहा कि तलाशी में मोबाइल फोन, लैपटॉप, कंप्यूटर सिस्टम, ईमेल संग्रह और डेबिट या क्रेडिट कार्ड सहित इलेक्ट्रॉनिक सुबूत मिले हैं. इस आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.