मार्च अंत में खत्म हो रहे वित्तवर्ष 2023-24 के दौरान देश में कारों की बिक्री का नया रिकॉर्ड बनने जा रहा है, इंडस्ट्री अनुमान के मुताबिक पूरे सालभर में 42.3 लाख कारों की बिक्री हो सकती है. इससे पहले कभी भी किसी किसी वित्तवर्ष में इतनी कारें नहीं बिकी हैं. इस बिक्री के साथ यह लगातार दूसरा साल होगा जब कार बिक्री के मामले में जापान को पछाड़ भारत दुनिया में तीसरे स्थान पर रहेगा. इस लिस्ट में भारत से आगे सिर्फ चीन और अमेरिका होंगे.
2023 के दौरान जापान में 39.9 लाख कारों की बिक्री हुई है. दुनिया में सबसे ज्यादा कारों की बिक्री के मामले में चीन पहले और अमेरिका दूसरे स्थान पर है. इस साल मार्च के दौरान भारत में लगभग 3.75-3.80 लाख कारों की बिक्री होने का अनुमान है, पिछले साल मार्च के दौरान 3.36 लाख कारों की बिक्री हुई थी.
मार्च में सबसे ज्यादा बिक्री का अनुमान
विशेषज्ञों के मुताबिक पूछताछ और बुकिंग में हुई बढ़ोतरी मार्च में वाहन बिक्री के लिए सकारात्मक संकेत है. अभी तक लगभग 3.75 लाख की बिक्री होने की उम्मीद है, जो अब तक की सबसे अधिक संख्या होगी. यह अब तक की सबसे ज्यादा मासिक बिक्री का लगातार 15वां महीना है. देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (मार्केटिंग एंड सेल्स) के शशांक श्रीवास्तव ने अंग्रेजी समाचार पत्र ईटी को बताया कि इस महीने के आखिर में खुदरा बिक्री थोड़ी कम हो रही है. इसकी वजह होली से ठीक पहले अशुभ अवधि के कारण मांग का प्रभावित होना हो सकता है.
बिक्री में बढ़ोतरी की उम्मीद
अन्य जानकारों का कहना है कि इस कैलेंडर वर्ष में कार की बिक्री 5-7% बढ़नी चाहिए. गाडि़यां महंगी होने के बावजूद मांग लगातार बढ़ रही है. महंगाई दर नियंत्रण में है. बैंकों की ओर से ग्राहकों को ऑटो लोन वाजिब दरों में दी जा रही है इससे बिक्री बढ़ाने में मदद मिलेगी.