अब आपको नई कार के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. पैसेंजर व्हीकल्स का वेटिंग पीरियड कोविड की शुरुआत के पहले के स्तर पर आ गई है. अभी लगभग 3 लाख व्हीकल्स बैकलॉग में हैं. इस हिसाब से देखा जाए तो वेटिंग पीरियड लगभग 26 दिन का बैठता है.
बिजनेसलाइन की एक रिपोर्ट में मारुति सुजुकी इंडिया में मार्केटिंग और सेल्स के सीनियर एक्जीक्यूटिव ऑफिसर शशांक श्रीवास्तव के हवाले से कहा गया है कि सेमीकंडक्टर संकट के बाद सप्लाई अच्छी रही है जिससे वेटिंग पीरियड में भारी गिरावट आई है. हालांकि, कुछ चुनिंदा मॉडल्स हैं जिनकी वेटिंग पीरियड अब भी ज्यादा है लेकिन ये वैसा नहीं है जैसा 3 साल पहले सप्लाई कम होने की वजह से था.
सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल एसोसिएशन (SIAM) के हालिया आंकड़ों के अनुसार सालाना आधार पर पैसेंजर व्हीकल्स की थोक बिक्री फरवरी में 11 फीसद बढ़कर 3,70,786 यूनिट्स रही. फरवरी 2022 में यह 3,34,790 युनिट्स थी. दिसंबर 2023 के अंत में पैसेंजर व्हीकल का स्टॉक लगभग 7 लाख का था. फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने भी कहा था कि पैसेंजर व्हीकल्स का बिल्ट-अप स्टॉक 60 से 64 दिनों का है.
2022 में दो साल पहुंच गया था वेटिंग पीरियड
जून 2022 की बात है जब मारुति अर्टिगा का वेटिंग पीरियड 9 महीने पर पहुंच गया था. वहीं, महिंद्रा एक्सयूवी700 का वेटिंग पीरियड 2 साल था. उस दौरान समीकंडक्टर चिप की भारी किल्लत थी. साथ ही ग्लोबल सप्लाई चेन भी अप्रत्याशित रूप से प्रभावित हुआ था.