केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सूरत हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित करने के प्रस्ताव को शुक्रवार को मंजूरी दे दी है. इस सिलसिले में एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा गया कि यह रणनीतिक कदम आर्थिक क्षमता को बढ़ाने के लिए लिया गया है. इससे सूरत अंतरराष्ट्रीय विमानन परिदृश्य में एक प्रमुख केंद्र बन जाएग. इससे समृद्धि के नए युग को बढ़ावा मिलेगा. यह फैसला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने लिया.
बयान में कहा गया कि सूरत हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय दर्जा देने से आर्थिक वृद्धि में तेजी लाने, विदेशी निवेश आकर्षित करने और राजनयिक संबंधों को मजबूत करने में मदद मिलेगी. इससे डायमंड और टेक्सटाइल इंडस्ट्री के लिए आयात-निर्यात की निर्बाध सुविधा भी सुनिश्चित हो सकेगी. पिछले साल केंद्र सरकार ने सूरत एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल भवन के लिए 353 करोड़ रुपए की मंजूरी दी थी. जबकि 4-स्टार GRIHA (इंटीग्रेटेड हैबिटेट असेसमेंट के लिए ग्रीन रेटिंग) रेटेड टर्मिनल ₹160 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ है.