सुप्रीम कोर्ट की ओर से अदानी समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च के लगाए आरोपों की जांच मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया गया है. इसके बाद ही मंगलवार के कारोबार में अदानी के शेयरों में उछाल देखने को मिला. गौतम अदानी के स्वामित्व वाले समूह का मार्केट कैपिटल बीते दिन 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक बढ़ गया, जो 25 जनवरी को हिंडनबर्ग रिपोर्ट जारी होने के बाद से सबसे बड़ा एक दिवसीय लाभ है. हालांकि विश्लेषक अभी भी समूह के अधिकांश शेयरों को लेकर सतर्क हैं.
आंकड़ों पर नजर डालें तो मंगलवार को अदानी टोटल गैस के शेयर में 20% की बढ़ोतरी हुई. वहीं अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस में लगभग 19% की वृद्धि, अदानी पावर, अदानी ग्रीन एनर्जी और एनडीटीवी ने 12% से अधिक की छलांग लगाई. मगर हालिया उछाल के बाद भी, समूह का समग्र बाजार मूल्य अभी तक हिंडनबर्ग रिपोर्ट जारी होने से पहले देखे गए स्तर तक नहीं पहुंच पाया है. अदानी समूह के सभी 10 शेयरों का कुल बाजार पूंजीकरण मंगलवार को बढ़कर 11.30 लाख करोड़ रुपए हो गया, लेकिन 24 जनवरी के स्तर से ये अभी भी 7.91 लाख करोड़ कम है. बाजार में अदानी पावर और अदानी पोर्ट्स के शेयर केवल दो स्टॉक हैं जो 24 जनवरी को देखी गई कीमतों से ऊपर कारोबार कर रहे हैं. बता दें 27 जनवरी को, समूह को बाजार पूंजीकरण में 3.2 लाख करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ था.
स्टॉक्सबॉक्स के रिसर्च हेड मनीष चौधरी का कहना है कि शीर्ष अदालत की ओर से संकेत दिए जाने के बाद कि रिपोर्ट में आरोपों को ‘विश्वसनीय’ नहीं माना जा सकता है. बाजार सहभागियों में उम्मीद जगी है कि फैसला आगे चलकर समूह के पक्ष में आ सकता है. हालांकि अदानी समूह के कुछ शेयर अभी भी मूल्यांकन के नजरिए से महंगे दिखते हैं, हम व्यापार की आर्थिक-केंद्रित प्रकृति, व्यापार के लिए लंबी अवधि की रियायतों को देखते हुए लॉन्ग टर्म के लिहाज से अदानी पोर्ट्स पर सकारात्मक बने हुए हैं.