गूगल ने कहा है कि कई जानी-मानी फर्मों सहित कई कंपनियां उसके ‘बिलिंग’ मानदंडों का उल्लंघन कर रही हैं. ये कंपनियां बिक्री पर लागू प्ले स्टोर सेवा शुल्क का भुगतान नहीं कर रही हैं. इसके साथ ही गूगल ने चेतावनी दी कि वह गूगल प्ले पर ऐसे गैर-अनुपालन वाले ऐप को हटाने में संकोच नहीं करेगा. कंपनी ने कहा कि नीतियों को लागू करने के लिए जरूरी कार्यवाही की जाएगी. कुछ प्रमुख भारतीय स्टार्टअप के गूगल प्ले की ‘बिलिंग’ नीति पर आपत्ति जताने और हाल में पेश हुए स्वदेश ऐप स्टोर – ‘इंडस ऐपस्टोर’ की पृष्ठभूमि में गूगल ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा कि ज्यादातर डेवलपर अपना उचित हिस्सा दे रहे हैं, और एक छोटा समूह अलग व्यवहार कर रहा है. ऐसे में अन्य सभी ऐप और गेम को प्रतिस्पर्धी नुकसान हो रहा है.
डेवलपर को तैयारी के लिए दिया गया 3 साल से ज्यादा का समय
गूगल ने कहा कि इन डेवलपर को तैयारी के लिए तीन साल से अधिक का समय दिया गया. इसमें उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद दिया गया तीन सप्ताह का समय भी शामिल है. गूगल ने कहा कि इसके बाद अब वह यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है, कि उसकी नीतियां सभी पर समान रूप से लागू हों. कंपनी ने कहा कि जरूरी होने पर गूगल प्ले से गैर-अनुपालन वाले ऐप को हटाया जा सकता है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डेवलपर्स का कहना है कि उन्हें गूगल की ओर से पर्याप्त समय के साथ ही चेतावनी नहीं दी गई. बता दें कि पिछले महीने 9 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने कई स्टार्टअप की ओर से गूगल की बिलिंग पॉलिसी के खिलाफ दायर की गई याचिकाओं के खिलाफ सुनवाई पर सहमति जताई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया यानी IAMAI ने गूगल को सलाह दी है कि वह भारत में अपने प्ले स्टोर से कोई भी मोबाइल एप्लिकेशन नहीं हटाए. IAMAI ने अपने बयान में कहा है कि उसके कम से कम चार सदस्यों को गूगल की ओर से नोटिस मिला है.