AI को अपनाने के लिए 60 फीसद व्यवसायों ने बढ़ाए कदम
नैसकॉम की यह रिपोर्ट भारत में एआई के व्यावसायिक विकास में लगे बड़े उद्यमों, एसएमई और स्टार्टअप के 500 से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों से जुटाए गए डेटा पर आधारित है
देश में आर्टिफ़िशियल इंटेलीजेंस के इस्तेमाल को लेकर अभी भी लोगों में शंका है. मगर इसके फायदों को देखते हुए धीरे-धीरे अब व्यवसाय जगत इसकी ओर रुख कर रहे हैं. आईटी उद्योग निकाय नैसकॉम ने अपने सर्वे में पाया कि लगभग 60% व्यवसायों ने AI को औपचारिक तौर पर अपनाने के लिए कदम बढ़ाया है. वहीं 30% व्यवसायों ने औपचारिक रणनीति के बिना ही एआई की अनिवार्यताओं के बारे में कर्मचारियों को जागरूक किया है.
नैसकॉम की यह रिपोर्ट भारत में एआई के व्यावसायिक विकास या उपयोग में लगे बड़े उद्यमों, एसएमई और स्टार्टअप के 500 से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों से जुटाए गए डेटा के विश्लेषण पर आधारित है. सर्वे में पाया गया कि 250 करोड़ रुपए से अधिक के सालाना राजस्व वाले बड़े उद्यम बेहतर आरएआई व्यवस्था को लागू कर रहे हैं, ये स्टार्टअप्स की तुलना में 2.3 गुना अधिक और एसएमई की तुलना में 1.5 गुना ज्यादा है. रिपोर्ट के मुताबिक बैंकिंग वित्तीय सेवाएं और बीमा समेत प्रौद्योगिकी, मीडिया, दूरसंचार और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में लगभग दो-तिहाई व्यवसायों ने या तो परिपक्व एआई को अपनाने की सूचना दी है तो कुछ इसे अपनाने के लिए औपचारिक कदम उठाए हैं.
नैसकॉम के अध्यक्ष देबजानी घोष का कहना है कि 2023 एआई का वर्ष था. इसमें एआई अपनाने के केंद्रीय अवसरों और जोखिमों दोनों को सामने लाया गया है. बेहतर एआई ब्रांड वैल्यू को मजबूत करने और हितधारकों के साथ स्थायी संबंधों को बेूहतर बनाने में काम आ रहा है. सर्वेक्षण से पता चला कि 69% उत्तरदाताओं ने सुझाव दिया कि एक बेहतर एआई व्यवस्था के अनुपालन के लिए जवाबदेही का बड़ा हिस्सा उनकी कंपनियों के सी-सूट या निदेशक मंडल के पास होना चाहिए.