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अगले वर्षों में बुनियादी ढांचा विकास में लगी कंपनियों की चांदी हो सकती है. लेकिन क्या इंफ्रास्ट्रक्चर फंड में निवेश कर फायदा कमाने की उम्मीद
टारगेट मैच्योरिटी फंड ऐसे डेट फंड होते हैं जिनकी परिपक्वता अवधि उन बांड की परिपक्वता अवधि से मैच करती है, जिनमें इन्होंने निवेश किया होता है.
FD की तरह इनके मैच्योर होने का एक तय तिथि होती है, इसलिए इन्हें टारगेट मैच्योरिटी फंड कहते हैं.
टैक्स बचाने के लिए म्यूचुअल फंड्स के इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम यानी ELSS काफी लोकप्रिय हैं. इनमें सिर्फ 3 साल का लॉक-इन पीरियड होता है.
NAV किसी भी म्यूचुअल फंड स्कीम का यूनिट प्राइस होता है. आप किसी भी फंड को उसके NAV पर ही खरीदते बेचते हैं. इसके बारे में और जानने के लिए देखिए ये वी
एंट्री और एग्जिट लोड वो फीस है जिसे Mutual Fund कंपनी आपसे वसूलते हैं. इनके बारे में ज्यादा जानकारी के लिए देखें ये वीडियो-
NAV किसी भी म्यूचुअल फंड स्कीम का यूनिट प्राइस होता है. आप किसी भी फंड को उसके NAV पर ही खरीदते बेचते हैं. ये रोज बदलता है.
बाजार विशेषज्ञ म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले उसके एयूएम को देखने की सलाह देते हैं.
Mutual Fund निवेश में कम्पाउंडिंग की ताकत केवल निवेशकों के लिए नहीं है. कंपनियों की फीस भी इसी रफ्तार से बढ़ती है.
Mutual Fund का AUM जितना ज्यादा होगा फीस उतनी कम होगी. इससे जुड़ी बारीकियों को जानने के लिए देखिए ये वीडियो