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SEBI ने फ्रैंकलिन टेंपलटन से बतौर इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट और एडवाइजरी फीस वसूली गई 512 करोड़ रुपये की रकम ब्याज समेत वापस करने के लिए कहा था.
SWP: अगर आप पेंशन प्लान बनाना चाहते हैं और जो लोग ऊंचे टैक्स ब्रैकेट में आते हैं उनके लिए म्यूचुअल फंड का ये अच्छा विकल्प है.
Portfolio Turnover Ratio: ये म्यूचुअल फंड के पोर्टफोलियो में होल्डिंग्स के उस हिस्से को दिखाता है, जिसमें एक निश्चित अवधि के दौरान बदलाव आया है.
Fixed Maturity Mutual Funds: समें सबसे बड़ा फायदा टैक्सेशन का है. जब इंटरेस्ट रेट ज्यादा हो तब FMP में निवेश करने से ज्यादा फायदा होता है.
कई लोग मानते हैं कि IRR और XIRR के बीच कोई अंतर नहीं है. हालांकि, ये सच नहीं है. हम आपकी इसी उलझन को यहां आसान करने जा रहे हैं.
Equity Savings Funds: FD के रिटर्न महंगाई दर से भी कम है. ऐसे में इन फंड्स में पिछले 5 साल से 10,000 रुपये SIP से 7.5 लाख से 8 लाख रुपये जमा होते.
अगर लार्ज कैप में ही निवेश करना है तो पैसिव फंड चुनिए और स्मॉल, मिड या फ्लेक्सी कैप की कैटेगरी में निवेश करना है तो एक्टिव फंड चुन सकते हैं.
Flexicap vs Multicap Funds: दोनों में अलग-अलग मार्केट कैप वाली कंपनियों में निवेश किया जा सकता है, लेकिन मल्टीकैप में हर मार्केट कैप के लिए सीमा तय है
Credit Risk Fund: अगर आपको लगता है कि आप ज्यादा जोखिम लेने को तैयार हैं तो आप अपने पोर्टफोलियो में ऐसे फंड्स को शामिल कर सकते हैं.
Midcap Mutual Funds: मिडकैप फंड्स ने पिछले 6 महीने और 1 साल की अवधि में अच्छा प्रदर्शन दिखाया है. मिडकैप फंड्स ने एक साल में 73.73% का रिटर्न दिया है