मुश्किल वक्त में कर्ज लेना किसी भी व्यक्ति के लिए कोई नई बात नहीं है, लेकिन लोन लेते समय सही साधन का चयन करना जरूरी है. क्योंकि जल्दबाजी में बहुत से लोग असुरक्षित और महंगा कर्ज ले लेते हैं. मगर इससे बचने के लिए म्यूचुअल फंड पर भी लोन लिया जा सकता है. ये सुविधा ओवरड्राफ्ट के रूप में मिलती है.
कैसे मिलेगा लोन?
अगर आपने म्यूचुल फंड में निवेश कर रखा है तो आप बैंक या वित्तीय संस्थान में अपनी म्यूचुअल फंड यूनिट के बदले लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं. आवेदक किसी भी बैंक या गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) से संपर्क करके म्यूचुअल फंड में निवेश के बदले लोन ले सकते हैं. इसे ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड में लिया जा सकता है.
कितना मिलेगा लोन
निवेशक को कितना लोन मिलेगा, यह निवेश किए गए म्यूचुअल फंड की श्रेणी पर आधारित होती है. आमतौर पर इक्विटी म्यूचुअल फंड में, नेट एसेट वैल्यू (NAV) के 50% तक लोन हासिल किया जा सकता है जबकि फिक्स्ड इनकम म्यूचुअल फंड में नेट एसेट वैल्यू के 70-80 फीसद तक लोन हासिल कर सकते हैं.
कितना लगेगा ब्याज
म्यूचुअल फंड पर लोन लेने पर ब्याज पर्सनल लोन के मुकाबले कम लगता है क्योंकि ये सुरक्षित लोन होता है. इसके अलावा इसमें प्रोसेसिंग फीस काफी कम लगती है, कई बार तो इसमें छूट भी मिल जाती है. हालांकि ये अलग-अलग बैंकों या वित्तीय संस्थानों की शर्तो पर निर्भर करता है. प्रमुख संस्थान म्यूचुअल फंड पर सालाना 9 से 12 फीसद की दर से लोन दे रहे हैं.