यस बैंक के म्यूचुअल फंड यानी यस एसेट मैनेजमेंट (YES AMC) में अगर आपका निवेश है तो आपके लिए ये खबर जानना जरूरी है. यस एसेट मैनेजमेंट (इंडिया) और यस ट्रस्टी लिमिटेड (YES Trustee) के अधिग्रहण को मंगलवार को कंपिटीशन कमीशन ऑफ इंडिया से मंजूरी मिल गई है. इन दोनों का अधिग्रहण जीपीएल फाइनेंस एंड इन्वेस्टमेंट्स (GPL Finance and Investments Limited) करने जा रही है.
इस अधिग्रहण के बाद GPL यस एएमसी (YES AMC) और यस ट्रस्टी के 100 फीसदी इक्विटी शेयरों हासिल करेगी और यस म्यूचुअल फंड की इकलौती स्पॉन्सर हो जाएगी.
यस म्यूचुअल फंड का कारोबार
यस एसेट मैनेजमेंट कंपनी यस बैंक ग्रुप (YES Bank) का हिस्सा है और यस म्यूचुअल फंड के लिए इन्वेस्टमेंट मैनेजर की भूमिका निभाती है. यस म्यूचुअल फंड का कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट सिर्फ 175 करोड़ रुपये है. फंड हाउस के सिर्फ 3 डेट स्कीमें हैं – यस ओवरनाइट फंड (AUM – 48 करोड़ रुपये), यस लिक्विड फंड (AUM – 66 करोड़ रुपये) और यस अल्ट्रा शॉर्ट टर्म डेट फंड (AUM – 61 करोड़ रुपये).
इन तीनों फंड्स की शुरुआत साल 2019 में ही हुई थी.
म्यूचुअल फंड की वेबसाइट के मुताबिक यस बैंक के होलसेल बैंकिंग के ग्लोबल हेड आशीष अग्रवाल ही AMC के असोसिएट डायरेक्टर हैं.
Commission approves the acquisition of 100% equity shares of YES Asset Management (India) and YES Trustee by GPL Finance and Investments pic.twitter.com/l3LX5XLQfm
GPL भारतीय रिजर्व बैंक में रजिस्टर्ड नॉन-डिपॉजिट और नान-सिस्टेमैटिकली इंपॉर्टेंट NBFC है. मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स की दी जानकारी के मुताबिक ये कंपनी एक इन्वेस्टमेंट कंपनी के तौर पर क्लासिफाई की गई है और मुख्यतः म्यूचुअल फंड निवेश का कारोबार और वाइट ओक कैपिटल को रेफ्रल और सपोर्ट सुविधाएं देती है. GPL वाइट ओक ग्रुप का ही हिस्सा है. ये ग्रुप इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट और इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी का काम करता है. इस ग्रुप के संस्थापक प्रशांत खेमका हैं.