इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) दिग्गज कंपनी विप्रो (Wipro) ने मार्च तिमाही के नतीजे पेश किए हैं. चौथी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 27.7 फीसदी बढ़कर 2,972 करोड़ रुपये रहा है. वहीं कंपनी को पिछले साल की मार्च तिमाही में 2,326.1 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था.
कंपनी की आय पर नजर डालें तो इसमें 3.4 फीसदी का इजाफा हुआ है. चौथी तिमाही में विप्रो को 16,245.4 करोड़ रुपये की आय हुई है जबकि पिछले साल कंपनी को इस दौरान 15,711 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था.
31 मार्च को खत्म हुए पूरे वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान विप्रो (Wipro) का मुनाफा पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 11 फीसदी बढ़ा है. इससे पहले वित्त वर्ष ये 9,722.3 करोड़ रुपये था लेकिन इस वित्त वर्ष ये 10,796.4 करोड़ रुपये था.
विप्रो की सालाना आय 1.5 फीसदी बढ़कर 61,943 करोड़ रुपये रही है जबकि वित्त वर्ष 2019-20 में ये 61,023.2 करोड़ रुपये थी.
कॉन्स्टेंट करेंसी आधार पर कंपनी का रेवेन्यू ग्रोथ मार्च तिमाही में 3 फीसदी रहा है वहीं डॉलर आधार पर ये 3.9 फीसदी रहा है.
वहीं IT सर्विस सेगमेंट से आय साल दर साल आधार पर 3.8 फीसदी बढ़कर 215.24 करोड़ डॉलर पर आया है.
विप्रो को उम्मीद है कि जून तिमाही में IT सर्विस सेगमेंट से आय 219.5 से 223.8 करोड़ डॉलर रहेगी जो मार्च तिमाही से 2-4 फीसदी ज्यादा है. कंपनी ने कहा है कि इस अनुमान में उनके हालिया अधिकरण शामिल नहीं हैं. कंपनी ने हाल ही में एंपियन और कैपको का अधिग्रहण किया है.
तिमाही दर तिमाही ऑपरेटिंग स्तर पर कंपनी की EBIT 1.1 फीसदी बढ़कर 3,417 करोड़ रुपये रही है. चौथी तिमाही में विप्रो (Wipro) की मार्जिन पिछली तिमाही के मुकाबले 0.8 फीसदी घटकर 20.92 फीसदी रही है. दरअसल मार्जिन में सैलरी हाइक देने का असर हुआ है.