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अगर आप भी होम लोन लेने की तैयारी कर रहें हैं तो पहले से ये मत सोच लीजिए कि बैंक की हर बात को आपको मानना जरुरी है.
बढ़ती महंगाई में लोगों के पसीने छूट रहे हैं. लोन की EMI बढ़ रही है. अंदेशा ये भी है कि ब्याज बढ़ने की तो अभी शुरुआत हुई है.
कोरोना महामारी का कहर थमने के बाद कारोबार को रफ्तार देने के लिए कंपनियां तरह-तरह के ऑफर दे रही हैं. इनमें नो कॉस्ट ईएमआई सबसे आसान है.
बढ़ते ब्याज दर के दौर में होम लोन का बैलेंस ट्रांसफर कराएं या नहीं? लोन आपकी लाइबिलिटी बढ़ाता है. फाइनेंशियल प्लानिंग के लिहाज से कौन सा लोन लें
खराब क्रेडिट स्कोर आपके और आपके लोन के बीच में खड़ा वो विलेन है जो आपके लोन लेने के अरमान पर पानी फेर सकता है.
रिजर्व बैंक के रेपो रेट बढ़ाने के बाद बैंकों ने भी अपने लोन और बचत से जुड़े इंटरेस्ट रेट बढ़ा दिए. आम लोगों के लिए क्या हैं इसके मायने, जानिए
सस्ती दर पर लोन के दिन लद गए हैं. लोन लेने वालों की जेब पर बोझ बढ़ गया है. अगर किसी दूसरे बैंक या वित्तीय संस्थान से कम दर पर लोन मिल रहा हो तो लोन
होमलोन की ब्याज दरें बढ़नी शुरू हो गई हैं. बड़ी संख्या में युवा शादी से पहले ही घर का सपना पूरा कर रहे हैं. कई मायनों में यह सोच अच्छी है.
मार्च में उपभोक्ता महंगाई दर 6.95 फीसद थी जबकि थोक महंगाई दर 14.55 फीसदी तक पहुंच गई थी. महंगाई बढ़ने की वजह से रिजर्व बैंक पर ब्याज दरों को बढ़ाने का
महंगाई की बढ़ती चुनौती को देखते हुए रिजर्व बैंक ने बड़ा कदम उठाया है. रिजर्व बैंक ने बुधवार को पॉलिसी दरों में बढ़ोतरी की है.