इस बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का थीम है #ChooseToChallenge – देश की जानी मानी न्यूट्रिशनिस्ट और डायटीशियन डॉशिखा शर्मा का मानना है कि हर महिला को अपने आप को चुनौती देना होगा ताकि वो अपने कंफर्ट जोन से निकल सकें. बात पैसों की हो, अपने बारे में सोचना हो या फिर फिटनेस (Fitness) की औरतें खुद को नज़रअंदाज़ करती हैं. डॉ शिखा अपने अनुभव का हवाला देकर बताती हैं कि उन्होंने MBBS की डिग्री हासिल की है लेकिन डॉक्टरी के शुरुआती दिनों में ही ICU की लगातार शिफ्ट करते हुए उन्हें अहसास हुआ कि वो प्रीवेंटिव हेल्थ पर काम करना चाहती हैं. उस समय उन्हें ये कई बार सुनना पड़ा कि -” क्या तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है?” लेकिन डॉ शिखा शर्मा ने हार नहीं मानी.
पैसों की प्लानिंग में भी आरतों को यही लगता है कि वो इसे मैनेज नहीं कर सकती इसलिए वो इससे भागती रहती हैं. लेकिन अगर औरतें इससे भागने की जगह इसे संभालने लगें तो बेहतर मैनेजर्स बनती हैं. डॉ शिखा ने इसे खुद महसूस किया जब उन्होंने अपने पहले क्लीनिक को तैयार किया.
फिटनेस को लेकर डॉ शिखा कहती हैं कि हर औरत को अपने फिटनेस लेवल (Fitness Level) को चेक करने के लिए स्टेप चैलेंज और ब्रीदिंग चैलेज लेना चाहिए. तो क्या है ये दो चैलेंज और कैसे लें टेस्ट जानने के लिए देखिए डॉ शिखा शर्मा का ये वीडियो –