पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग्स स्कीम (Post Office Small Savings Schemes) निवेश के नजरिए एक ऐसी जगह है, जहां आपको ब्याज दर तो अच्छी मिलेंगी ही साथ ही आपका पैसा सुरक्षित भी रहेगा. पोस्ट ऑफिस की कुछ ऐसी योजनाएं हैं जिनमें निवेश हम बच्चों से लेकर बुजुर्ग मां-बाप तक के लिए कर सकते हैं. अगर आप भी सुरक्षित जगह पैसा लगाना चाहते हैं और अच्छा ब्याज भी कमाना चाहते हैं तो हम आपको डाक घर की ऐसी ही 3 प्रमुख योजनाओं के बारे में जानते हैं.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड
अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं तो पीपीएफ (PPF) एक सुरक्षित जरिया हो सकता है. पोस्ट ऑफिस PPF का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल है और इससे पहले क्लोजर नहीं किया जा सकता. हालांकि चुनिंदा मामलों जैसेकि जीवनसाथी या निर्भर बच्चों को जानलेवा बीमारी, बच्चों की उच्च शिक्षा या विदेश में बसने की स्थिति में 5 साल की अवधि पूरा होने के बाद जरूरत पड़ने पर इसे क्लोज कराया जा सकता है. पीपीएफ में मात्र 500 रुपए से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. इस योजना में निवेश करने से इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत टैक्स छूट मिलती है. इस योजना पर कंपाउंड इंटरेस्ट मिलता है और इसके तहत सालाना 1.5 लाख रुपए की राशि जमा कर सकते हैं.
सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत कोई भी माता-पिता या अभिभावक अपने बेटी के जन्म से उसके 10 उम्र आने के पहले तक किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाकर खाता खुलवा सकता है. इस योजना में दिए गए नियम के अनुसार एक बच्ची के लिए एक ही सुकन्या समृद्धि खाता खोला जाएगा.
सुकन्या समृद्धि योजना के खाते में अकाउंट खुलने के 14 साल बाद तक पैसे जमा करना होगा. इसके लिए एक साल में 1 हजार से लेकर 1.5 लाख रुपया जमा कराया जा सकता है. सरकार द्वारा बेटियों को ध्यान में रखकर चलाए गए इस लाभकारी योजना में बेटी का खाता 21 साल में मैच्योर होता है. योजना के अनुसार अगर कोई भी व्यक्ति 1000 रुपये महीने का अकाउंट खुलवाता है तो उसे 14 साल तक हर साल 12 हजार रुपये (1.68लाख) डालने होंगे.
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS)
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम के तहत अब न्यूनतम 1,000 रुपये और अधिकतम 15 लाख रुपये जमा कराया जा सकता हैं. देश के बुजुर्गों को जोखिम रहित फिक्स्ड रिटर्न देने के लिए शुरू की गयी यह स्कीम पांच साल में मैच्योर होती है.
खाता खुलवाने की उम्र 60 वर्ष है लेकिन वॉलियंटरी रिटायरेमेंट लेने वाला व्यक्ति जो 55 वर्ष से ज्यादा उम्र के हैं पर 60 वर्ष से कम है वे भी इस अकाउंट को खुलवाकर निवेश कर सकते हैं. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम के तहत आपको निवेश की रकम पर 7.4 फीसदी से अधिक ब्याज मिलता है. इस में खाते की मैच्योरिटी के बाद उसे 3 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है. SCSS में आपको ब्याज दर वही मिलेगी, जो खाते के मैच्योर होने के वक्त मिल रही थी. इस स्कीम में निवेश की हुई रकम आप समय से पहले निकाल सकते हैं.
अगर आप इस स्कीम में 15 लाख रुपये (अधिकतम) का निवेश करते हैं तो 7.4 फीसदी की ब्याज दर के हिसाब से पांच साल बाद आपके अकाउंट में 20,55,000 रुपये हो जाएंगे.
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