महामारी ने सभी के लिए चुनौती खड़ी कर दी है. कमाई प्रभावित होने से बचत को चोट पहुंची है. हालांकि, इन सबके बावजूद फंड का मैनेजमेंट करना भी जरूरी है. ताकि जरूरत पड़ने पर हम संकट से पार पा सकें. शुक्रवार को मनी 9 हेल्पलाइन ( Money 9 Helpline) में देश भर के कॉलर्स ने फाइनेंस से जुड़े सवालों पूछे. ( Money 9 Helpline) में इनका जवाब देने के लिए रुंगटा सिक्योरिटी के हर्षवर्धन रुंगटा मौजूद थे.
मैं बैंक में काम करता हूं और मेरी पत्नी टीचर है. हमारी शादी को दो साल हुए हैं. हम दोनों के पास लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी है. हमनें म्यूचुअल फंड में सिप भी किया हुआ है. लेकिन, ये सारे निवेश शादी के पहले से किए हुए हैं. क्या अब हम अपने गोल्स को मिलाकर एक साथ निवेश करना चाहिए?
-प्रकाश शुक्ल, गुजरात
अलग-अलग निवेश रहे हैं, वह इतना जरूरी नहीं है. लेकिन आपके ऑब्जेक्टिव एक होने चाहिए. ताकि दोनों मिलकर गोल्स को अचीव कर सकें. दोनों मिलकर इस तरह का पोर्टफोलियो तैयार करें. ये आपकी मदद करेगा.
मैं आईटी सेक्टर में काम करता हूं, जबकि मेरी मंगेतर स्कूल टीचर है. एक-दूसरे को नॉमिनी करके हमें ज्वाइंट अकाउंट में निवेश करना चाहिए या अलग से करना चाहिए?
-असेष सेनगुप्ता, कोलकाता
ज्वाइंट अकाउंट बनाकर निवेश करना बेहतर रहेगा. एक दूसरे को नॉमिनी बना दें तो बेहतर रहेगा. इससे यह होगा कि अगर पहले अकाउंट होल्डर की मौत हो जाती है, तो दूसरा उसका उपयोग कर सकेगा.
मैं नया निवेशक हूं. अभी म्यूचुअल फंड में सिप शुरू की है. इसे तीन माह हो गए हैं. अलग-अलग सिप में निवेश कर रहा हूं. मैं 15 साल निवेश करके 50 लाख रुपये का अमाउंट जमा करना चाहता हूं. 2,000 रुपये की अतिरिक्त सिप शुरू करना चाहता हूं. सलाह दें क्या यह ठीक रहेगा?
-योगेंद्र सिंह
अगर आपका बजट आपको अनुमति दे रहा है, तो कोई बुराई नहीं है. आप अतिरिक्त 2000 रुपये की भी सिप शुरू कर सकते हैं. क्योंकि अक्सर निवेश न करने से पैसा खर्च हो जाता है, जिसका पता नहीं चलता है.