Investment in Gold: सोना भारत में एक निवेश विकल्प से काफी अधिक संस्कृति और धर्म से जुड़ा हुआ है. भारत में कई मौकों पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है. हर भारतीय परिवार को शादी के समय सोना खरीदना होता है. हालांकि, अब डिजिटल गोल्ड और गोल्ड बॉन्ड के रूप में सोना खरीदने का चलन भी बढ़ रहा है. अभी सोने की कीमतों में गिरावट के चलते एक बार फिर सबकी नजर इस कीमती धातु पर आ टिकी है. आइए जानते हैं कि इस समय आपको सोने में निवेश करना चाहिए या नहीं.
सोने की कीमत इस समय चार महीने के निचले स्तर पर आ गई हैं. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर इस हफ्ते सोने का भाव 46,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आस-पास बना हुआ है. यूएस डॉलर और यूएस जॉब के आंकड़े में मजबूती के चलते सोने की कीमत में हालिया गिरावट आई है. वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1680 डॉलर प्रति औंस के मजबूत सपोर्ट जोन में है.
मौजूदा समीकरण बताते हैं कि आने वाले दिनों में सोने में तेजी देखने को मिल सकती है. चीन और अमेरिका में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि (विशेष रूप से डेल्टा वेरिएंट) के कारण वैश्विक आर्थिक रिकवरी के प्रभावित होने का खतरा है. इसके अलावा उच्च कमोडिटी कीमतों के कारण वैश्विक महंगाई एक चिंता का विषय है. साथ ही इक्विटी निवेशक जल्द ही वैल्यूएशन स्ट्रेच का अनुभव करना शुरू कर सकते हैं, क्योंकि वैश्विक सूचकांक रिकॉर्ड उच्च स्तर के करीब ट्रेड कर रहे हैं. यह निवेशकों को पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए और इंफ्लेशन के अगेंस्ट हैज के रूप में सोने की तरफ मुड़ने को बाध्य करेगा.
हालांकि, यूएस में मजबूत लेबर मार्केट रिकवरी के चलते शॉर्ट टर्म में सोने की कीमतों में थोड़ी और गिरावट देखने को मिल सकती हैं. इसके अलावा लंबी अवधि के लिए सोने के लिए आउटलुक सकारात्मक है. लंबी अवधि के निवेशक एमसीएक्स पर 44,700 से 45,300 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव के बीच सोने में खरीदारी कर सकते हैं. सोने की कीमतों के इस रेंज में आने के बाद निवेशकों को खरीदारी शुरू कर देनी चाहिए.
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