A Smart & Simple Tips to Manage Your Finances: गुजरात के जामनगर में रहने वाले 43 वर्ष के पंकज भाई कटारमल एक दुकानदार हैं, जो हर महीने 10,000 से 12,000 रूपये की सेविंग कर लेते हैं. अपनी बचत के पैसे कहां और कैसे निवेश करने चाहिए, उसकी जानकारी ना होने से पंकजभाई की सारी सेविंग या तो घर पर नकद के रूप में या सेविंग अकाउंट में पडी हैं. उनके जैसे कई लोग हैं जो हर महीने कुछ ना कुछ पैसे बचा लेते हैं, लेकिन निवेश नहीं करते. सेविंग किया गया पैसा ऐसे ही पडा रहे, तो वास्तव में उसका मूल्य कम होता हैं, क्योंकि महंगाई दर 5-6 फीसदी बढ़ रही हैं और बैंक सेविंग अकाउंट में सिर्फ 3-4 फीसदी ब्याज मिलता है.
अगर आपको लगता है कि आप सेविंग के लिए एक अच्छी रकम बचा लेते हैं, तो इसका इच्छी तरह से इस्तेमाल भी करना होगा. क्योंकि बचत एक बहुत ही महत्वपूर्ण चीज है जो सीधे आपके निरंतर और भविष्य के वित्तीय कल्याण से जुड़ी है. बचत को विभिन्न हिस्सों में बांट लेने से यह सुनिश्चित कर पाएंगे कि आपने अपनी वित्तीय भलाई के सभी पहलुओं को पर्याप्त रूप से कवर किया है.
सबसे पहले अपनी बचत में से एक हिस्सा बीमा के लिए खर्च करना होगा. बीमा बहुत महत्वपूर्ण हैं. आदर्श रूप से, यदि आप अपनी आय का 20-30% से अधिक बचा रहे हैं और उसमें से बीमा प्रीमियम 30% (बचत का) से अधिक है, तो शायद आपकी बीमा पॉलिसियों की पसंद को बारीकी से देखने की आवश्यकता है और बीमा प्रीमियम को कम करने की जरूरत है. पारंपरिक जीवन बीमा योजनाएं (जैसे एंडोमेंट/मनी-बैक/रिटर्न ऑफ प्रीमियम + बोनस प्लान, आदि) सुरक्षा कवर / बीमा राशि के मामले में बहुत कम लाभ देती हैं और इनके लिए आपको काफी अधिक प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है. यानी, आपके द्वारा भुगतान किए जाने वाले भारी प्रीमियम पर कम रिटर्न की बहुत भारी लागत आपको चुकानी पड़ती है. सबसे पहले ऐसे महंगे बीमा से छूटकारा पाना चाहिए. एक अच्छे बीमा पोर्टफोलियो में प्योर टर्म प्लान + हेल्थ कवर + पर्सनल एक्सीडेंट कवर + क्रिटिकल इलनेस कवर शामिल होना चाहिए.
अपने जीवन के लॉन्ग टर्म लक्ष्यों जैसे बच्चों की शादी, घर की खरीद, और सबसे महत्वपूर्ण – अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग के लिए जितना ज्यादा पैसा बचाएंगे उतना ही बेहतर फायदा मिलेगा. इसके लिए आपको अपनी सेविंग का सबसे अधिक हिस्सा निवेश करना चाहिए. आदर्श रूप से, आपको कम से कम अपनी आय का 20% बचाने का लक्ष्य रखना चाहिए और बचत की गई राशि का 60% से अधिक लॉन्ग-टर्म के लिए निवेश करना चाहिए.
इसके लिए आपको कुछ पैसे अपने पास रखने चाहिए. इसके लिए आप कुछ पैसा अपने पास नकद के रूप में या सेविंग बैंक अकाउंट में, बैंक FD के रूप में रख सकते हैं. इसका इस्तेमाल इमरजेंसी फंड के लिए भी कर सकते हैं. इसमें वह पैसा भी शामिल होना चाहिए जिसे आप आगामी बड़े खर्चों जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स/ छुट्टियों/ त्योहारों/ पारिवारिक कार्यक्रमों की खरीद के लिए अलग रखना चाहते हैं.
इस तरह के खर्चों को पूरा करने के लिए अपनी लंबी अवधि की बचत का कभी इस्तेमाल न करें. ऐसे खर्चों के लिए पहले से योजना बनाएं और खर्च होने से पहले के महीनों में कुछ हिस्सों में बचत करें. इससे आपको दो काम करने में मदद मिलती है – अपने दीर्घकालिक निवेश से मिलने वाले पावर ऑफ कंपाउंडिंग के फायदे को कम करने से और लोन/क्रेडिट लेने से. आदर्श रूप से, आपकी बचत का 10-20% इसके लिए आवंटित किया जा सकता है.
ऊपर दिए गए सुझाव से आप बड़ी ही आसानी से अपने वित्त की योजना बना सकते हैं. सबसे महत्वपूर्ण है कि आप वास्तव में शुरुआत करें, इसे कुछ महीनों तक लगातार करते हैं, ‘बजट’ की आदत विकसित करें और फिर आवश्यकता पड़ने पर विस्तृत योजनाओं पर आगे बढ़ें. ऐसा करने से निश्चित रूप से आपको अपनी स्थिति को समझने में मदद मिलेगी और आने वाले महीनों में लक्ष्य निर्धारित करने में भी आपको आसानी होगी.
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