Cryptocurrency Trading: टियर-2 और टियर-3 शहर दूसरों की तुलना में तेजी से क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग को अपना रहे हैं. CoinDC X और Wazir X सहित क्रिप्टो एक्सचेंजों के आंकड़ों के आधार पर इकोनॉमिक टाइम्स ने इसे लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की है. रिपोर्ट में कहा गया है कि क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग में वृद्धि के लिए कुछ हद तक कोरोना महामारी से आया वर्क-फ्रॉम-होम कल्चर जिम्मेदार है.
अधिकांश नए साइन अप टियर-2 और टियर-3 शहरों से रिपोर्ट किए गए हैं. वजीरएक्स ने टियर-2 और टियर-3 शहरों से 2021 में साइन-अप में 2,375% की बढ़ोतरी दर्ज की.
2021 में वजीर एक्स के कुल साइन अप में छोटे शहरों के 55 फीसदी यूजर्स थे. वहीं BuyUcoin एक्सचेंज के अनुसार, छोटे शहरों में, भोपाल ने सबसे ज्यादा 100 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की.
अन्य प्रमुख एक्सचेंजों ने भी अहमदाबाद, लखनऊ, पटना, वडोदरा, कोलकाता और भोपाल से समान साइन-अप ग्रोथ पैटर्न देखा.
नए क्रिप्टो यूजरों में ज्यादातर 35 वर्ष से कम आयु के हैं और उनके पास कोई-न-कोई डिग्री है. इनमें से 90 फीसदी निवेशक आईटी प्रोफेशनल, एमबीए ग्रेजुएट, इंजीनियर और स्टार्ट-अप के मालिक हैं.
लोकल एक्सचेंजों ने महिला निवेशकों में पिछले साल की 15% से 30-40% की ग्रोथ दर्ज की. युवा भारतीय निवेशक न केवल बिटकॉइन पर ट्रेड कर रहे हैं, बल्कि अन्य क्रिप्टोकरेंसी में भी ट्रेड कर रहे हैं, जो एक हेजिंग रणनीति प्रतीत होती है.
एक्सचेंज अब अधिक नए निवेशकों को आकर्षित करने के लिए सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के समान योजनाएं शुरू कर रहे हैं.
बाययूकॉइन के सीईओ शिवम ठकराल ने कहा, ‘हमने अभी एक बंडल क्रिप्टो एसआईपी प्रोडक्ट लॉन्च किया है, जो निवेशकों के लिए एंट्री बैरियर को कम करेगा.
हमने अपनी लॉन्ग-टर्म ग्रोथ स्ट्रेटजी के हिस्से के रूप में लेंडिंग, स्टैकिंग, मार्जिन-ट्रेडिंग जैसी सुविधाओं को भी पेश किया है.
वहीं itblockchain.com के फाउंडर हितेश मालवीय ने कहा, ‘हमारी योजना महीने के अंत तक अपनी वेबसाइट पर पांच इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट लॉन्च करने की है. एक निवेशक इन्वेस्टमेंट एडवाइज के लिए इन इंडेक्सों को फॉलो कर सकता है.’
एक्सपर्ट्स का कहना है कि छोटे शहरों में क्रिप्टोकरेंसी की ग्रोथ को बढ़ावा देने वाले मुख्य कारणों में सोशल मीडिया और प्रभावशाली मार्केटिंग शामिल हैं.
क्रिप्टोकरेंसी के युवा निवेशकों का नया समूह सभी प्रकार के वर्चुअल एसेट के लिए उत्सुक हैं.
इससे भारतीय क्रिप्टो बाजारों में निवेश पैटर्न का डायवर्सिफिकेशन हुआ है. फिएट और क्रिप्टोकरेंसी को मैनेज करने वाले एक ऑनलाइन बैंकिंग प्लेटफॉर्म कैशा (Cashaa) के सीईओ कुमार गौरव ने कहा, ‘पिछले साल तक, भारत में लगभग पांच मिलियन क्रिप्टो यूजर्स थे, जो कि 15 मिलियन तक बढ़ गए हैं.
इससे क्रिप्टो अपनाने वालों में भारत दुनिया का तीसरा देश बन गया है.’
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