अगर सेंसेक्स चालीस हजार तक पहुंचने पर निवेशक ने निवेश को भुनाया होता तो उसे क्वांट स्मॉल कैप के निवेश पर 2.33 लाख और कोटक स्मॉल कैप फंड के निवेश पर 1.79 लाख रुपये का नुकसान होता ( ये तुलना उस समय की है जब सितंबर 2021 में सेंसेक्स 60,048 तक पहुंचा था)
अतीत पर ज्यादा भरोसा ना करें: लोग अक्सर शेयरों की उठा-पटक को मापने के लिए पिछले रिटर्न से तुलना करते हैं. किसी भी स्टॉक का पिछला प्रदर्शन आंकलन में मदद करता है पर इसकी खरीद के संबंध में कोई भी निर्णय वर्तमान संदर्भ और इसकी भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए ही करना चाहिए. कहीं भी निवेश किया गया आपका पैसे कैसे रिटर्न देगा, ये मुद्रास्फीति और वर्तमान आर्थिक स्थितियों पर निर्भर करता है.
अपनी सारी पूंजी एक ही जगह निवेश ना करें: अपने निवेश को विभिन्न श्रेणियों में आवंटित करें. यह उन निवेशों से जुड़े जोखिमों को कम करने में मदद करेगा जो अस्थिर हो सकते हैं या बाजार की उठा-पटक पर निर्भर करते हैं लेकिन फिर भी निवेश के योग्य हैं. आम तौर पर, निवेशक निश्चित रिटर्न पाने की उम्मीद से डेट फंड और फिक्स्ड मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स से परे देखने से कतराते हैं. ये उन्हें बाजार में होने वाले संभावित नुकसान से बचाता तो है, लेकिन बढ़ती मुद्रास्फीति को मात देने के लिए जरुरी अच्छे रिटर्न नहीं दिलवाता.
ये ट्रेड इंडिकेट करता है कि कमर्शियल या हाउसिंग प्रॉपर्टी को किराए पर देकर आप इनकम का एक और जरिया बना सकते हैं
अपने लक्ष्य स्पष्ट रखें: अपनी मेहनत की सारी कमाई निवेश करने का विकल्प चुनने से पहले, अपने आप से ये सवाल जरूर पूछें, निवेश के इस तरीके को खास तौर पर क्यों चुनें? क्या कोई खास लक्ष्य है जिसे मैं पाने का प्रयास कर रहा हूं? एक निश्चित अवधि के बाद मुझे कितना रिटर्न मिलेगा? दूसरे विकल्पों के बारे में सोचा? निवेश का निर्णय लेने से पहले ये सवाल जरूरी हैं.
रीसर्च जरूर करें: किसी भी फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट में निवेश करने से पहले सभी जानकारी इकट्ठा करें क्योंकि बाजार की गर्मा-गर्मी लंबे समय में एक गलती भी साबित हो सकती है.