• English
  • বাংলা
  • తెలుగు
  • मराठी
  • ಕನ್ನಡ
  • ગુજરાતી
  • money9
  • बीमा
  • बचत
  • कर्ज
  • इन्वेस्टमेंट
  • आईपीओ
  • कमोडिटी
    • गोल्ड
    • कृषि
    • एनर्जी
    • मेटल्स
  • Breaking Briefs
downloadDownload The App
Close
  • Home
  • Videos
  • Podcast
  • Exclusive
  • टैक्स
  • म्यूचुअल फंड
  • बचत
  • कर्ज
  • म्यूचुअल फंड
  • स्टॉक
  • प्रॉपर्टी
  • कमोडिटी
    • गोल्ड
    • कृषि
    • एनर्जी
    • मेटल्स
  • Survey 2023
  • Survey Report
  • Breaking Briefs
  • बीमा
  • बचत
  • लोन
  • इन्वेस्टमेंट
  • म्यूचुअल फंड
  • प्रॉपर्टी
  • टैक्स
  • Exclusive
  • आईपीओ
  • Home / स्टॉक

100 ETF: जश्न के साथ सावधानी भी जरूरी

ETF में कुछ ऐसी खूबियां हैं जो कि MF की दूसरी कैटेगरीज में निवेशकों को नहीं मिलती हैं, लेकिन इसमें किसी फंड मैनेजर का कोई दखल नहीं होता है.

  • Money9 Hindi
  • Last Updated : July 10, 2021, 08:39 IST
रिजर्व बैंक ने बैंकों को ऐसे मामले में नर्म रुख रखने के लिए कहा है.
  • Follow

भारत इस हफ्ते NSE पर 100वें ETF की लिस्टिंग का जश्न मना रहा है. इस मुकाम पर पहुंचने में हमें 19 साल लगे हैं और इसमें से 20 से ज्यादा ETF अकेले पिछले साल जुड़े हैं. इंडस्ट्री पर नजर रखने वालों का कहना है कि पैसिव इनवेस्टिंग में आगे और एक्शन दिखाई दे सकता है. और ऐसा हो भी क्यों न? ETF में कुछ ऐसी खूबियां हैं जो कि म्यूचुअल फंड की दूसरी कैटेगरीज में निवेशकों को नहीं मिलती हैं.

ये सस्ते होते हैं यानी इनका एक्सपेंस रेशियो कम होता है. इनमें शेयरों की तरह से ट्रेडिंग की फ्लेक्सिबिलिटी मिलती है और इन्हें छोटे टिकट साइज में खरीदा जा सकता है. इनकी मार्केट के कारोबार के वक्त खरीद-फरोख्त की जा सकती है. इससे इनवेस्टर्स को इंडेक्स में होने वाली तेजी का फायदा उठाने की सहूलियत मिलती है. इनमें म्यूचुअल फंड यूनिट्स के बेनेफिट भी मिलते हैं जिन्हें डीमैट खातों में रखा जाता है.

दूसरी ओर, ट्रेडिशनल म्यूचुअल फंड्स महंगे और कम फ्लेक्सिबिलिटी वाले होते हैं. इसके साथ ही, ETF इंडेक्स के साथ जुड़े होते हैं और इससे इनवेस्टर्स के लिए इन्हें ट्रैक करना आसान होता है.

19 जून को एडिट में मनी9 ने तर्क दिया था कि पैसिव इनवेस्टिंग पर निवेशकों को सक्रियता से नजर डालनी चाहिए.

यहां पढ़िए- पैसिव इनवेस्टिंग में एक्टिव होने का वक्त!

पैसिव इनवेस्टिंग को किसी भी इनवेस्टर के पोर्टफोलियो का हिस्सा होना चाहिए, लेकिन समूचा पोर्टफोलियो इसी का नहीं होना चाहिए. प्रोफेशनल तौर पर तैयार किए गए एसेट एलोकेशन निवेशकों को अच्छे और बुरे दोनों वक्त में मदद देते हैं. केवल पैसिव फंड से काम नहीं चलेगा.

इसकी कुछ वजहें भी हैं.

हालांकि, ETF एक सस्ता और आसान एंट्री पॉइंट मुहैया कराते हैं, लेकिन इनवेस्टर्स को इसमें सावधानी बरतनी चाहिए. मिसाल के तौर पर, इनवेस्टर्स ETF में शामिल स्टॉक्स के परफॉर्मेंस पर टिके होते हैं. इसमें किसी फंड मैनेजर का कोई दखल नहीं होता है. ये पूरी तरह से इंडेक्स पर आधारित होता है. ETF में कोई एक्टिव फंड मैनेजर नहीं होता है जो कि खबरों के हिसाब से इसकी रीबैलेंसिंग कर सके. ये फंड इंडेक्स के हिसाब से चलते हैं.

मिसाल के तौर पर, निफ्टी50 ETF जो कि देश की सबसे मशहूर ETF कैटेगरी है, इसमें हमेशा भारत की सबसे बड़ी 50 लिस्टेड कंपनियां ही शामिल रहेंगी. इसमें कोई बदलाव नहीं हो सकता है. इस इंडेक्स की रीबैलेंसिंग एक्सचेंज वैल्यूएशन के आधार पर करता है.

ETF या इंडेक्स फंड्स में गिरावट का जोखिम 100% का होता है क्योंकि इक्विटी में ऐसा हो सकता है. इसमें कोई डेट एलोकेशन नहीं होता है. इसमें तेजी इंडेक्स के परफॉर्मेंस पर टिकी होती है.

चूंकि, फिलहाल मार्केट में तेजी है और इंडेक्स नई ऊंचाइयों पर पहुंच गए हैं, ऐसे में ETF एक जबरदस्त ऑप्शन लग रहा है. लेकिन, इस दुनिया में कुछ भी स्थाई भी नहीं है.

Published - July 10, 2021, 08:39 IST

पर्सनल फाइनेंस पर ताजा अपडेट के लिए Money9 App डाउनलोड करें।    

  • ETF
  • INDEX
  • Money9 edit

Related

  • अस्थिर बाजार में सावधानी के साथ करें निवेश: संजीव बजाज
  • LIC policy: एलआईसी की इस पॉलिसी में रोजाना 73 रुपये का करें निवेश, मैच्‍योरिटी पर मिलेंगे 10 लाख
  • 10 तरह के म्यूच्यूअल फंड्स, जिनके बारे में जानना ज़रूरी
  • ICICI प्रूडेंशल म्यूचुअल फंड ने लॉन्च किया ICICI प्रूडेंशल मिडकैप 150 इंडेक्स फंड
  • RCap बॉन्ड धारकों को उनके निवेश की केवल आधी वसूली की संभावना
  • कोरोना की चिंताओं से निवेशकों ने बदली रणनीति, होटल और एविएशन से निकलकर इन सेक्टरों में खरीदारी कोरोना की चिंता

Latest

  • 1. फटाफट खरीद लो iPhone, बढ़ने वाले हैं दाम
  • 2. पैन-आधार नहीं हैं लिंक्ड?
  • 3. 10 साल से व‍िजय केड‍िया के पास ये शेयर
  • 4. Vi को मिलेगी सरकार से बड़ी राहत?
  • 5. Nifty50 का ह‍िस्‍सा बनेगी Indigo
  • Trending Stories

  • फटाफट खरीद लो iPhone, बढ़ने वाले हैं दाम!
  • पैन-आधार नहीं हैं लिंक्ड?
  • 10 साल से व‍िजय केड‍िया के पास ये शेयर
  • Vi को मिलेगी सरकार से बड़ी राहत?
  • Nifty50 का ह‍िस्‍सा बनेगी Indigo
  • TV9 Sites

  • TV9 Hindi
  • TV9 Marathi
  • TV9 Gujarati
  • TV9 Kannada
  • TV9 Bangla
  • TV9 English
  • News9 Live
  • Trends9
  • Tv9tamilnews
  • Assamtv9
  • Malayalamtv9
  • Money9 Sites

  • Money9 Hindi
  • Money9 English
  • Money9 Marathi
  • Money9 Telugu
  • Money9 Gujarati
  • Money9 Kannada
  • Money9 Bangla
  • Money9live
  • Topics

  • बीमा
  • बचत
  • कर्ज
  • शेयर
  • म्यूचुअल फंड
  • प्रॉपर्टी
  • टैक्स
  • क्रिप्टो
  • एक्सक्लूसिव
  • survey data
  • Download App

  • play_store
  • App_store
  • Contact Us
  • About Us
  • Advertise With Us
  • Privacy & Cookies Notice
  • Complaint Redressal
  • Copyright © 2025 Money9. All rights reserved.
  • Facebook
  • Twitter
  • Whatsapp
  • LinkedIn
  • Telegram
close