सोने की कीमतें आसमान पर हैं. दुनियाभर के केंद्रीय बैंक अपने रिजर्व में लगातार सोने की होल्डिंग बढ़ा रहे हैं. हाल के कुछ महीनों के दौरान चीन का केंद्रीय बैंक दुनिया के सभी केंद्रीय बैंकों में गोल्ड का सबसे बड़ा खरीदार बनकर उभरा है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के आंकड़े बताते हैं कि बीते नवंबर के दौरान 37 महीने बाद चीन के केंद्रीय बैंक ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार के लिए सोने की खरीद को शुरू किया था और तब से लेकर मार्च तक चीन का केंद्रीय बैंक अपने विदेशी मुद्रा भंडार के लिए 120 टन सोना खरीद चुका है. चीन के केंद्रीय बैंक के पास कुल गोल्ड रिजर्व बढ़कर 2068 टन हो गया है.
हालांकि केंद्रीय बैंकों की गोल्ड खरीद सिर्फ चीन के केंद्रीय बैंक तक ही सीमित नहीं है बल्कि दुनिया के ज्यादातर केंद्रीय बैंक सोना खरीद रहे हैं. इस साल जनवरी और फरवरी के दौरान केंद्रीय बैंकों की कुल खरीद 126 टन दर्ज की गई है और इसमें बड़ी हिस्सेदारी चीन के केंद्रीय बैंक की है. साल 2023 से पहले 2022 के दौरान भी दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार के लिए गोल्ड की खरीद को बढ़ाया था. 2022 के दौरान पूरी दुनिया के केंद्रीय बैंकों ने रिकॉर्ड 1136 टन सोने की खरीद की थी जो 2021 में हुई खरीद के मुकाबले 152 फीसद ज्यादा है और 55 वर्षों में केंद्रीय बैंकों की सबसे बड़ी खरीद है.
दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों की गोल्ड खरीद में भारत के केंद्रीय बैंक. RBI यानी रिजर्व बैंक का भी योगदान है. 2022 के दौरान रिजर्व बैंक ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार के लिए 33 टन से ज्यादा सोने की खरीद की थी और खरीद का यह सिलसिला 2023 में भी बना हुआ है. बीते फरवरी के दौरान RBI ने करीब 3 टन सोने की खरीद की है और रिजर्व बैंक का कुल गोल्ड रिजर्व बढ़कर 790 टन के पार पहुंच गया है जो दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों का 9वां सबसे बड़ा गोल्ड रिजर्व है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट केडिया एडवाजयरी के डायरेक्टर अजय केडिया का मानना है कि भारतीय रिजर्व बैंक सहि वैश्विक स्तर पर अधिकतर केंद्रीय बैंकों की गोल्ड खरीद का सिलसिला आगे भी बना रह सकता है और उनकी खरीद की वजह से भविष्य में सोने की कीमतों में तेजी दिख सकती है. दरअसल युद्ध की वजह से पूरी दुनिया को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है जिस वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था के सामने आर्थिक अनिश्चितता पैदा हो गई है. महंगाई के खिलाफ लड़ाई में दुनियाभर के केंद्रीय बैंक कर्ज महंगा कर रहे हैं. जिस वजह से आर्थिक चुनौतियां और भी ज्यादा बढ़ गई हैं और वैश्विक स्तर पर बैंकिंग संकट पैदा हो गया है. हाल ही में अमेरिका के 3 बड़े बैंक इस वैश्विक बैकिंग संकट की भेंट चढ़े हैं. वैश्विक स्तर पर बढ़ती इस आर्थिक अनिश्चितता और करेंसी के उतार चढ़ाव की मार से बचने के लिए. पूरी दुनिया के केंद्रीय बैंकों को सोना सुरक्षित विकल्प नजर आ रहा है. यही वजह है कि केंद्रीय बैंक उसमें अपनी खरीद को बढ़ा रहे हैं.
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