भारतीय रिजर्व बैंक ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) योजना SGB 2016-I के लिए रिडेम्प्शन की तारीख की घोषणा हो चुकी है. SGB 2016-I की रिडेम्पशन की तारीख 8 फरवरी, 2024 तय की गई है. सरकारी गोल्ड बॉन्ड की पहली किस्त के सोने की एक इकाई की कीमत 6,271 रुपए होगी.
इस हफ्ते 2016 में आई गोल्ड बॉण्ड की पहली किस्त मैच्योर हो रही है. इस बॉण्ड की अवधि 8 साल की है. SGB 2016-प्रथम किस्त को जुलाई 2016 में लॉन्च किया गया था. तब इसका इश्यू प्राइस 3,119 रुपए प्रति ग्राम था.
कितना कमाएगा निवेशक
मान लीजिए कि एक निवेशक ने 3,119 रुपए प्रति ग्राम के भाव पर 35 ग्राम सोना खरीदा था. इस लिहाज से निवेश की कुल राशि 1,09,165 रुपए हो गई है. अब 8 साल बाद 6,271 रुपए के भाव पर निवेशक को 35 ग्राम सोने के 2,17,595 रुपए मिलेंगे.
101.05 फीसद का रिटर्न
सरकारी गोल्ड बॉन्ड पर पहले सालाना 2.75 फीसद का निश्चित ब्याज मिलता था. वर्तमान में, यह ब्याज दर 2.5 फीसद है. अगर ब्याज को शामिल न किया जाए तो 2016 में खरीदे गए सोने पर लोगों को 101.05 फीसद का रिटर्न मिलेगा.
कितना खरीद सकते हैं सोना?
हर साल आरबीआई SGB ट्रांच को जारी करने की घोषणा करता है. एक निवेशक एक वित्त वर्ष में अधिकतम 4 किलोग्राम और न्यूमतम 1 ग्राम सोना खरीद सकता है.
हिंदू अनडिवाइडिड फैमिली (HUFs) 4 किलोग्राम और ट्रस्ट 20 किलोग्राम तक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं.
निवेशक बैंकों, तयशुदा डाकघरों और अधिकृत स्टॉक एक्सचेंजों के जरिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का लाभ उठा सकते हैं. टैक्स की बात कें तो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड से मिलने वाला ब्याज पर टैक्स लगता है, जबकि कैपिटल गेन टैक्स में छूट मिलेगी.
डिस्काउंट
जो निवेशक ऑनलाइन इस योजना को सब्सक्राइब करेंगे, उन्हें प्रति ग्राम 50 रुपए की छूट मिलेगी. ऑनलाइन निवेशकों के लिए इशु प्राइज 4,682 रुपए प्रति ग्राम सोना होगा.
टैक्स
गोल्ड बॉन्ड पर ब्याज को आयकर अधिनियम, 1961 के तहत टैक्स वसूला जाता है. हालांकि रिडेम्पशन के वक्त निवेशक को कैपिटल गेन टैक्स चुकाने से छूट मिल जाती है.