भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) योजना 2016-I के लिए फाइनल मैच्योरिटी तारीख की घोषणा कर दी है. इसके तहत निवेशकों को 8 फरवरी, 2024 को 6,271 रुपए प्रति इकाई के हिसाब से भुगतान किया जाएगा. मैच्योरिटी की कीमत 29 जनवरी से 02 फरवरी, 2024 के सप्ताह के लिए साधारण औसत समापन सोने की कीमत के आधार पर तय की गई है.
सॉवरेन गोल्ड बांड 2016-I 8 साल का बांड है. जुलाई 2016 में लॉन्च होने पर SGB 2016-I का इश्यू प्राइस 3,119 रुपए प्रति ग्राम था. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में जारी होने की तारीख से शुरू होने वाले प्रारंभिक निवेश के आधार पर 2.75 प्रतिशत की निर्धारित वार्षिक ब्याज दर शामिल होती है. फिलहाल ब्याज दर घटाकर 2.5 फीसदी कर दी गई है. आठ साल के बाद एसजीबी के मैच्योर होने पर ब्याज और मैच्योरिटी राशि बैंक खाते में जमा कर दी जाती है. बता दें निवेशक के बैंक खाते में अर्ध-वार्षिक आधार पर ब्याज जमा किया जाएगा, और अंतिम ब्याज मैच्योरिटभ् के समय मूलधन के साथ मिलता है.
निवेशक की कितनी होगी कमाई?
अगर किसी निवेशक ने शुरुआती एसजीबी के दौरान 35 ग्राम सोना लिया है और निवेश राशि 109,165 रुपए के बराबर है क्योंकि इसे 3119 रुपए के हिसाब से लिया गया था. वहीं मैच्योरिटी की वैल्यू 6271 रुपए प्रति ग्राम तय की गई है. ऐसे में निवेशक को फाइनल अमाउंट 217,595 रुपए मिलेंगे. एसजीबी पर ब्याज पर विचार किए बिना, रिटर्न में 9.12% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) होती है. अगर एसजीबी पर अर्जित ब्याज को ध्यान में नहीं रखा जाता है तो किसी को 101.05% का रिटर्न मिलेगा.
1 ग्राम निवेश जरूरी
प्रत्येक वित्तीय वर्ष में RBI, SGB किश्तें जारी करने की घोषणा करता है. अब तक एक निवेशक प्रत्येक वित्तीय वर्ष में प्रति व्यक्ति 4 किलोग्राम तक सीमित है, जिसमें न्यूनतम निवेश 1 ग्राम है. निवेश किए गए सोने की मात्रा आरबीआई के संकेतित जारी मूल्य से निर्धारित होती है. शेष राशि निवेशक के बैंक खाते में वापस कर दी जाती है. गोल्ड बांड पर ब्याज आयकर अधिनियम, 1961 (1961 का 43) के तहत कर योग्य है.