अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आई गिरावट की वजह से घरेलू बाजार में भी सोने के दाम गिर गए है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने (Gold Price) का भाव 679 रुपये तक लुढ़क गया. वहीं, इस दौरान चांदी (Silver Price) के दाम 1847 रुपये प्रति किलोग्राम तक गिर गए है. कारोबारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में सोने और चांदी और सस्ते हो सकते है. बता दें कि अगस्त 2020 में 10 ग्राम सोने के दाम 56200 रुपये तक पहुंच गए थे. वहीं, अब (2 मार्च 2021) इसकी कीमत गिरकर 44,760 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गई है. इस दौरान सोना 11,440 रुपये प्रति दस ग्राम तक सस्ता हुआ है.
सोने के दाम HDFC सिक्योरिटीज के मुताबिक, दिल्ली सर्राफा बाजार में 99.5 फीसदी की शुद्धता वाले 10 ग्राम सोने के दाम 45,439 रुपये से गिरकर 44,760 रुपये पर आ गए है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मंगलवार को दक्षिण भारत के प्रमुख शहर कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में 10 ग्राम सोने के दाम 47,050 रुपये पर आ गए है.
चांदी के दाम सोने की तरह चांदी की कीमतों में भी गिरावट आई है. HDFC सिक्योरिटी की रिपोर्ट के मुताबिक, एक किलोग्राम चांदी के दाम 1,847 रुपये लुढ़ककर 67,073 रुपये प्रति किलो ग्राम पर आ गए है. जबकि, पिछले कारोबारी सत्र में 68,920 रुपये प्रति किलो ग्राम पर बंद हुआ था.
क्यों सस्ता हुआ सोना और चांदी HDFC सिक्योरिटीज के कमोडिटी एनालिस्ट तपन पटेल का कहना है कि दुनियाभर के बाजारों में आई गिरावट के चलते भारतीय बाजारों में दाम गिरे है. साथ ही, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में आई मजबूती का असर भी कीमतों पर दिखा है. इसके अलावा वित्त वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को पेश किए बजट में सोने और चांदी पर आयात शुल्क में 5% की कटौती की कटौती का ऐलान किया था.
इस समय फिलहाल सोने और चांदी पर 12.5 फीसदी आयात शुल्क देना होता है. 5% की कटौती के बाद सिर्फ 7.5% इंपोर्ट ड्यूटी देनी होगी. इसीलिए सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है.
अब आगे क्या होगा एक्सपर्ट्स का कहना है कि बीते साल देश में सोने की मांग में कमी आई थी. इसके चलते देश में सोने का इंपोर्ट 2020 में 344.2 टन रहा जो पिछले साल के मुकाबले 47 फीसदी कम रहा. साल 2019 में ये 646.8 टन था.
भारत दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड आयातक देश है. ज्वैलरी इंडस्ट्री में सोने की सबसे ज्यादा मांग रहती है. देश में सामान्य तौर पर 800 से 900 टन सोने का आयात होता है.
एक्सपर्ट्स ने बताया कि सोने में तेजी सेफ इन्वेस्टमेंट डिमांड बढ़ने की वजह से आई थी. वहीं, अब कोरोना संकट दूर हो रहा है. इसीलिए शेयर बाजार की ओर निवेशकों का रुझान बढ़ा है. जिसका असर अब सोने की मार्केट पर दिख रहा है.
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