Gold Price Today: साल 2024 में चांदी की वैश्विक मांग में बढ़ोतरी की संभावना है और 34 हजार टन के स्तर तक पहुंच सकता है. सिल्वर इंस्टीट्यूट के मुताबिक अगर चांदी की वैश्विक मांग इस स्तर तक पहुंचती है तो यह वैश्विक मांग का दूसरा उच्चतम स्तर होगा. इंडस्ट्री की ओर खरीदारी बढ़ने की संभावना से चांदी की वैश्विक मांग बढ़ने का अनुमान है. इंडस्ट्रियल मांग, ज्वैलरी और चांदी के बर्तन की मांग में सुधार की वजह से इस साल चांदी की वैश्विक मांग में 1 फीसद का इजाफा होने की उम्मीद है.
कितना बदला सोने का दाम?
सिल्वर इंस्टीट्यूट के मुताबिक 2024 में चांदी की ज्वैलरी की वैश्विक मांग में भी 6 फीसद का इजाफा होने की उम्मीद है और इस सिल्वर ज्वैलरी की वैश्विक मांग में भारत की एक बड़ी हिस्सेदारी होगी. 2022 में सिल्वर ज्वैलरी की मांग में तेज गिरावट के बाद 2024 में ज्वैलरी की मांग में उछाल दिख सकता है. बता दें कि 2021 में कोविड के मामले बढ़ने के बाद भारत में ज्वैलरी की मांग में कमजोरी देखने को मिली थी. मांग और सप्लाई का यह अनुमान अगर सही रहता है तो 2024 लगातार ऐसा चौथा साल होगा जब वैश्विक स्तर पर चांदी की सप्लाई के मुकाबले मांग ज्यादा होगी.
चांदी की क्या है स्थिति?
हालांकि इसके विपरीत चांदी की फिजिकल मांग 6 फीसद घटकर चार साल के निचले स्तर पर आने का अनुमान है. अमेरिकी शेयर बाजार में तेजी का अनुमान और अर्थव्यवस्था में ठोस आर्थिक विकास की वजह से निवेशकों का रुझान सभी तरह के बहुमूल्य धातुओं से हट सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक 2024 में चांदी की कुल ग्लोबल सप्लाई 3 फीसद की बढ़ोतरी के साथ 8 साल के उच्चतम स्तर 1.02 बिलियन औंस पर पहुंचने का अनुमान है. खदानों में उत्पादन में सुधार के कारण ग्लोबल सप्लाई में बढ़ोतरी हो सकती है. 2024 में खदानों से चांदी का उत्पादन 4 फीसद बढ़कर 843 मिलियन औंस तक पहुंचने का अनुमान है, जो 2018 के बाद का उच्चतम स्तर है.