अमेरिका मंदी की चपेट में आ सकता है, जिसके चलते फेड ब्याज दरों में बदलाव कर सकता है. ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि साल के अंत तक सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं. इसके अलावा साल के आखिर तक निवेशक सोने की ओर आकर्षित होंगे, लिहाजा कीमतों में उछाल देखने को मिलेगा. फिच सॉल्यूशंस की ईकाई, अनुसंधान एजेंसी बीएमआई का कहना है कि अमेरिका साल 2024 तक मंदी में फिसल जाएगा और यूएस फेड संभावित ब्याज दर में कटौती को खत्म कर देगा, जिससे सोने की कीमत बढ़ जाएगी.
विश्व स्वर्ण परिषद (WGC) का इस बारे में कहना है कि अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों से पता चलता है कि मंदी अभी भी संभावित है, भविष्य में सोना बेहतर प्रदर्शन कर सकता है. इसमें निवेशकों के पैसा लगाने की संभावना है. इस साल सोना अस्थिर रहा है, साल की शुरुआत में ये 1,846 डॉलर के निचले स्तर पर था और इस साल मई में ये 2,050 डॉलर प्रति औंस के बीच पहुंच गया. वहीं सप्ताह खत्म होने के दौरान, न्यूयॉर्क के COMEX पर सोने का दिसंबर अनुबंध 1,942.70 डॉलर प्रति औंस लगया गया.
बीएमआई का कहना है कि साल 2022 की चौथी तिमाही से सोने की कीमतों में तेजी थी, लेकिन आने वाले महीनों में इसमें और उछाल देखने को मिल सकता है. अमेरिकी डॉलर की नई मजबूती, बढ़ी हुई बांड और अमेरिकी महंगाई में मामूली वृद्धि के कारण यूएस फेड दरों में बदलाव करेगा. जब डॉलर बढ़ता है, तो सोने में गिरावट आती है क्योंकि अधिकांश व्यापार ग्रीनबैक में होता है।
बाजार ने यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अमेरिकी फेड महंगाई दर को अपने वार्षिक लक्ष्य दो प्रतिशत से नीचे रख सकता है. इसके लिए वह वर्ष के अंत से पहले एक और बार ब्याज दर बढ़ा सकता है.
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