शादी का सीजन 15 जनवरी से शुरू होने वाला है. मगर सोने की बढ़ती कीमतों के चलते आभूषणों की मांग 25% तक गिर गई है. ऐसे में व्यापारियों का मानना है कि आने वाले दिनों सोने की बिक्री कम हो सकती है. हालांकि लोगों में हीरे और रंगीन रत्न आभूषणों की मांग बढ़ी है.
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय सचिव सुरेंद्र मेहता का कहना है कि देश के विभिन्न हिस्सों में ज्वैलर्स की रिपोर्ट से पता चलता है कि सोने की कीमतें 63,500 रुपए प्रति 10 ग्राम को पार करने के बाद से मांग में गिरावट आई है. शादी के मौसम में भी मांग कम रह सकती है. मांग मे इजाफा तभी होगा जब सोने की कीमतें गिरकर 61,000 रुपए प्रति 10 ग्राम हो जाएंगी. सोने की कीमतों में मौजूदा उछाल अमेरिकी फेडरल रिजर्व के बेंचमार्क ब्याज दरों पर नरम रुख के कारण है. बता दें फेड ने अपनी दिसंबर की बैठक में दरों को पहले जैसा ही बनाए रखा, लेकिन 2024 में संभावित 75 आधार अंकों की दर में कटौती का संकेत दिया, जो कि उसके पिछले 50 आधार अंकों के अनुमान से अधिक है. इससे अमेरिकी ट्रेजरी पैदावार और अमेरिकी डॉलर में भारी गिरावट आई, जिससे सोना 2,000 डॉलर प्रति औंस से ऊपर चला गया.
सेनको गोल्ड एंड डायमंड्स के मुख्य वित्तीय अधिकारी संजय बंका का कहना है कि वॉल्यूम के हिसाब से सोने के आभूषणों में 7-8% की गिरावट आई है. लोग हल्के आभूषण पसंद करते हैं. इस बीच हीरे जड़ित आभूषणों की मांग बढ़ रही है. कुछ ज्वैलर्स ने कहा कि वे अब जड़ित आभूषणों पर जोर दे रहे हैं क्योंकि सादे सोने के आभूषणों की तुलना में इसमें मार्जिन 3 गुना तक ज्यादा है.
कल्याण ज्वैलर्स के कार्यकारी निदेशक रमेश कल्याणरमन का कहना है कि मात्रा के हिसाब से सोने में गिरावट आई है, लेकिन मूल्य के हिसाब से बिक्री मजबूत बनी हुई है. उदाहरण के लिए, अगर कोई 100 ग्राम सोना खरीद रहा है, तो वह 95 ग्राम सोना खरीद रहा है.