Gold ETF: सोने का भाव फिलहाल 46,000 रुपए के आस-पास है – अगस्त 2020 के 56,000 रुपए के उच्चतम स्तर से करीब 10,000 रुपए सस्ता. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि सोने में निवेश का ये अच्छा वक्त है लेकिन निवेश का मतलब फिजिकल गोल्ड खरीदना नहीं है. जब आप फिजिकल गोल्ड खरीदते हैं तो उसके साथ सोने के मौजूदा भाव के अलावा आप GST चार्ज और स्प्रेड कॉस्ट भी देते हैं. स्प्रेड कॉस्ट यानि रिटेलर उस सोने को रखने, मिंटिंग और मेकिंग के लिए भी आपसे पैसे वसूलता है. इसलिए आपको अलग-अलग दुकानों में इसके भाव में अंतर मिलेगा. साथ ही इस सोने को जब आप वापस बेचेंगे तो ये चार्ज आपको वापस नहीं मिलते.
SRE वेल्थ के कीर्तन शाह के मुताबिक अगर अपको सोना इस्तेमाल के लिए खरीद रहें है जैसे कि शादी-ब्याह या गिफ्टिंग के लिए या फिर त्योहरों में शगुन के लिए तो फिजिकल सोना खरीदें लोकिन अगर निवेश करना चाहते हैं तो गोल्ड ETF (Gold ETF) या सोवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) जैसे विकल्प बेहतर हैं. मार्केट वैल्यू पर सोना मिलता है और SGB में तो मार्केट के भाव से डिस्काउंट पर आप बॉन्ड खरीदते हैं. साथ ही इसपर सालाना ब्याज भी मिलता है. ना GST की चिंता न इसे स्टोर करने की समस्या.
गोल्ड ETF की तरफ बढ़ता रुझान
भारत में फिजिकल गोल्ड सबसे ज्यादा खरीदा जाता है. एक अनुमान के मुताबिक भारतीय घरों में 25,000 टन सोना है. लेकिन पिछले तीन साल में भारतीय निवेशक की रुचि ETF में बढ़ी है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के मुताबिक 2019 में जहां ETF में केवल 16 करोड़ का इन्वेस्टमेंट हुआ था, वो 2020 में लॉकडाउन में जब दुकानें बंद थी तो वो 6,657 करोड़ पर पहुंचा गया और फरवरी 2021 में 14,000 करोड़ को पार कर चुका है. 40-50 रुपए के छोटे से बजट से ETF में निवेश की शुरुआत की जा सकती है.
कीर्तन मानते हैं कि सोने में अगर निवेश करना है तो ETF (Gold ETF) बेहतर विकल्प के तैर पर उभरता हुआ ऐसेट है । पूरी बातचीत इस वीडियो में –