साल 2024 में भारत में सोने की मांग बढ़कर 800-900 टन के बीच रहने का अनुमान है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल यानी WGC के मैनेजिंग डायरेक्टर (भारत) सोमासुंदरम पी आर के मुताबिक साल 2019 से अभी तक भारत में सोने की मांग 700-800 टन की सीमा में रही है. साल की दूसरी छमाही के दौरान सोने की खरीदारी में तेजी आने की उम्मीद है. उनका कहना है कि अच्छे मानसून की वजह से सोने की मांग में तेजी देखने को मिलेगी और आम चुनाव के बाद सोने की मांग में इजाफा हो सकता है. सोमासुंदरम पी आर का मानना है कि आर्थिक ग्रोथ और लोगों की कमाई बढ़ने से सोने की मांग में बढ़ोतरी होगी.
2023 में 745.7 टन थी सोने की मांग
WGC ने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में कहा है कि 2023 के दौरान भारत में सोने की मांग 745.7 टन दर्ज की गई थी, जो कि पिछले साल की तुलना में 3 फीसद कम है. दरअसल, 2023 में सोने का भाव रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था, जिससे ऊपरी भाव पर मांग में कमी दर्ज की गई थी. सोमासुंदरम पी आर का कहना है कि साल 2023 के दौरान भारत में सोने की मांग 4 साल के निचले स्तर पर थी. गौरतलब है कि भारत सोने का एक प्रमुख आयातक है. स्विट्जरलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, पेरू और घाना भारत को सोना निर्यात करने वाले प्रमुख सप्लायर हैं. उन्होंने कहा कि अभी सोने में मजबूत मांग है, लेकिन लोग सोने की कीमतों में थोड़ी और स्थिरता चाहते हैं.
ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद से बढ़ सकते हैं भाव
उनका कहना है कि सोने की कीमत में अगर गिरावट आती है तो इसकी मांग में उल्लेखनीय वृद्धि होगी. भूराजनीतिक संघर्षों, अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं में धीमी ग्रोथ और ज्यादा महंगाई के बीच केंद्रीय बैंकों द्वारा मौद्रिक सख्ती को देखते हुए साल 2023 के दौरान सोने की कीमतों में उठापटक देखी गई है. उनका कहना है कि हालांकि प्रमुख केंद्रीय बैंकों द्वारा इस साल की दूसरी छमाही में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद है, जिससे सोने की मांग में इजाफा हो सकता है.