एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) से निकासी जारी रहने से सोने की वैश्विक मांग वर्ष 2023 में एक साल पहले की तुलना में पांच प्रतिशत घटकर 4,448.4 टन रह गई. विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. डब्ल्यूजीसी की सोने की मांग के रुझान पर रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022 में सोने की कुल वैश्विक मांग 4,699 टन थी. रिपोर्ट कहती है कि वैश्विक स्वर्ण ईटीएफ में लगातार तीसरी बार वार्षिक निकासी देखी गई. पिछले साल 244.4 टन ईटीएफ की निकासी हुई, जबकि वर्ष 2022 में यह आंकड़ा 109.5 टन रहा था.
यूरोप में गोल्ड ईटीएफ की होल्डिंग में बड़ी गिरावट
सबसे अधिक नुकसान यूरोप में हुआ, जहां होल्डिंग में 180 टन की कमी आई. यह वर्ष 2013 के बाद का सबसे खराब वार्षिक प्रदर्शन है. रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल के अंत में ईटीएफ निकासी की गति काफी धीमी हो गई, लेकिन अक्टूबर में हुई भारी निकासी का अक्टूबर-दिसंबर तिमाही पर दबदबा रहा. इसके साथ नए साल के शुरुआती हफ्तों में भी यूरोपीय ईटीएफ कोषों से निकासी जारी रही है जबकि उत्तर अमेरिका में सूचीबद्ध फंड ने नवंबर और दिसंबर में दो महीने की राहत के बाद फिर से गिरावट दिखानी शुरू कर दी है.
डब्ल्यूजीसी के वरिष्ठ बाजार विश्लेषक लुइस स्ट्रीट ने कहा कि केंद्रीय बैंकों की तरफ से मांग लगातार बनी रहने से बीते साल फिर सोने की मांग को समर्थन मिला है और बाजार के अन्य क्षेत्रों में भी कमजोरी को दूर करने में मदद की है. वर्ष 2024 में हमें उम्मीद है कि मौद्रिक नीति के साथ भू-राजनीतिक अनिश्चितता भी भूमिका निभाएगी. वहीं भारत में सोने की मांग 2023 में सालाना आधार पर तीन प्रतिशत की गिरावट के साथ 747.5 टन रही है. विश्व स्वर्ण परिषद की ‘सोने की मांग का रुझान’ रिपोर्ट-2023 के अनुसार 2022 में देश की कुल सोने की मांग 774.1 टन थी, जो 2023 में 747.5 टन पर आ गई.