International Womens Day: द इकोनॉमिस्ट (The Economist) की ताज़ा रिपोर्ट बताती है कि भारत में अभी वर्किंग ऐज की महिलाओं में केवल 7% के पास ही काम है. मतलब बड़ी तादाद में महिलाएं बेरोजगार हैं. 21 साल से फाइनेंस इंडस्ट्री (Finance Industry) से जुड़ी कोटक AMC की चीफ इंफॉर्मेशन ऑफिसर (CIO) लक्ष्मी अय्यर अपने आसपास महिलाओं की तादाद को बढ़ते हुए देख रहीं हैं. लेकिन, उन्हें लगता है कि इसे और बढ़ाने की गुंजाइश है और ज़रूरत भी. वर्कफोर्स में ज्यादा महिलाओं की संख्या बढ़ाने के लिए दो स्तर पर काम किए जाने की जरूरत है. ऑर्गनाइजेशन को हर लेवल पर महिलाओं की हायरिंग बढ़ानी होगी और दूसरा महिलाओं के परिवार की तरफ से सपोर्ट मिलना भी जरूरी है.
लक्ष्मी अय्यर मानती है कि अधिकतर महिलाएं पैसों के मामले में बेहतर निर्णय लेती हैं. लेकिन, ये तभी हो सकता है जब वो पैसों का मैनेजमेंट अपने हाथ में लें. महिलाओं को अपने भविष्य के लिए खुद की प्लानिंग (Women’s Financial Planning) जरूरी है. अगर आप सांस नहीं ले पाए तो किसी और से ऑक्सीजन तो उधार नहीं ले सकते. उसी तरह पैसों के लिए भी अपनी रणनीति होनी जरूरी है. औरतों को लगता है मुझे अगर जरूरत पड़ेगी तो मैं अपने पति से पैसे ले लूंगी और इसे बदलने की ज़रूरत है. जब आप खुद कमा रहीं हैं तो खुद के लिए बचाइए और निवेश भी कीजिए.
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर Money 9 से एक्सक्लूसिव बातचीत में कोटक AMC की चीफ इंफॉर्मेशन ऑफिसर लक्ष्मी अय्यर बता रहीं कैसे सही निवेश आपके लॉन्ग टर्म और शॉर्ट टर्म सपने पूरे कर सकता है.