Punjab: पंजाब सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोविड-19 मामलों में वृद्धि के बीच पांचवीं, आठवीं और दसवीं कक्षा के छात्रों को बिना परीक्षा लिये, प्रोन्नत कर अगली कक्षाओं में भेजा जाएगा.
एक बयान के अनुसार 12वीं कक्षा की परीक्षा के बारे में बाद में निर्णय लिया जाएगा.
केन्द्र सरकार ने केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा कराई जानी वाली 10वीं कक्षा की परीक्षाएं बुधवार को स्थगित कर दी थीं, जिसके बाद पंजाब राज्य की तीनों बोर्ड कक्षाओं के संबंध में यह फैसला लिया गया है.
केन्द्र ने सीबीएसई की 12वीं की परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं.
पंजाब राज्य शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) ने भी पिछले माह 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं एक महीने टाल दी थीं. 10वीं की परीक्षाएं चार मई और 12वीं की परीक्षाएं 20 अप्रैल से शुरू होनी थीं.
Punjab: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह ने एक बयान में कहा कि पांचवी कक्षा के पांच में से चार विषयों की परीक्षाएं हो चुकी हैं. राज्य का बोर्ड पांचवे विषय की परीक्षा को छोड़ इन चार विषयों में प्राप्त अंकों के आधार पर परिणामों की घोषणा करेगा.
उन्होंने कोरोना वायरस को लेकर शिक्षा विभाग की बैठक में कहा कि आठवीं और दसवीं कक्षा के परिणाम प्री-बोर्ड परीक्षाओं और स्कूलों के आंतरिक अवलोकन के आधार पर जारी किये जाएंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘ राज्य में शैक्षणिक संस्थानों को तीस अप्रैल तक बंद किये जाने से 11 साल से 20 साल के आयुवर्ग के लोगों के बीच संक्रमण की दर में गिरावट आई है. परीक्षा देने जा रहे छात्रों को राहत मिलनी चाहिये.’’
सिंह ने अधिकारियों को कोरोना वायरस टीकाकरण को भी गति देने का आदेश दिया.
उन्होंने कहा कि राज्य में फिलहाल रोजाना 90 हजार खुराकें दी जा रही हैं, जिन्हें बढ़ाकर दो लाख किये जाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस नियमों का कड़ाई से पालन होना चाहिये.
राज्य (Punjab) के कोविड कार्यबल के प्रमुख के के तलवार ने कहा कि 45 वर्ष से कम आयु के, गुर्दे और यकृत संबंधी रोगों से जूझ रहे लोगों को टीके लगवाने की अनुमति दी जानी चाहिये.
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