Corporate FD Vs Bank FD: पैसों की सेविंग्स के लिए फिक्सड डिपॉजिट (Fixed Deposit) एक बेहतर ऑप्शन है. इसमें एक तय अवधि के बाद ब्याज के साथ आपकी राशि वापस मिल जाएगी. एफडी में आपको कई तरह के ऑप्शन मिलते हैं आप 6 महीने से लेकर के एक साल, दो साल, तीन साल कितने भी समय के लिए अपना पैसा लगा सकते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि कॉरपोरट एफडी और बैंक एफडी दोनों में से आपको इस समय किस पर ज्यादा ब्याज मिल रहा है-
कॉरपोरेट FD और बैंक FD में अंतर
कॉर्पोरेट एफडी बहुत हद तक बैंक एफडी के समान है, लेकिन बैंक एफडी की तुलना में कॉर्पोरेट एफडी (Corporate FD) के मामले में जोखिम थोड़ा ज्यादा होता है. हालांकि मजबूत और ज्यादा रेटिंग वाली कंपनियों की एफडी में जोखिम कम होता है. यह बिल्कुल उसी तरह से काम करती है, जैसे बैंक एफडी. इसके लिए फॉर्म कंपनी जारी करती है, जिसे आनलाइन भी भर सकते हैं. कॉरपोरेट एफडी में ब्याज दर बैंक एफडी की तुलना में ज्यादा होती है.
बड़े बैंकों की बात करें, तो भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में 2.9 फीसदी की दर से लेकर 5.40 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है. बैंक एफडी पर ब्याज के लिए ये लिस्ट चेक करें-
Source: BankBazaar
मिलता है करीब 8 फीसदी तक ब्याज
कॉरपोरेट एफडी बैंक की तुलना में ज्यादा जोखिम भरी होती है. बैंक एफडी में निकासी कॉरपोरेट एफडी की तुलना में काफी आसान है. यदि आप कॉर्पोरेट FD में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो यहां कुछ विकल्प हैं जो मौजूदा समय में 8.09 फीसदी ब्याज दे रहे हैं.