Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स (WazirX) ने एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट के 2790.74 करोड़ रुपये के संदिग्ध ट्रांजेक्शन और फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट, 1999 (FEMA) के उल्लंघन को लेकर कारण बताओ नोटिस के मामले में सफाई जारी की है. कंपनी ने कहा है कि कथित व्यक्ति उनके प्लेटफॉर्म का यूजर नहीं है और वजीरएक्स केवाईसी नियमों का पालन कर रहा है. क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज ने कहा है कि 12 जून 2021 को दिए जवाब में उन्होंने अधिकारियों को जानकारी सौंपी है.
ट्विटर पर बयान साझा करते हुए वजीरएक्स ने कहा है, “11 जून 2021 को WazirX को NCB से ईमेल के जरिए आरोपी व्यक्ति और उसकी ट्रेडिंग एक्टिविटी की जानकारी तलब की गई थी. हमने अपने रिकॉर्ड की जांच कर पाया कि आरोपी व्यक्ति WazirX का यूजर नहीं है और हमने ये जानकारी 12 जून 2021 को अधिकारियों को दी है.”
एक्सचेंज ने सफाई में कहा है कि ग्राहक के ट्रांजेक्शन और ट्रेडिंग शुरू करने से पहले नो योर कस्टमर वेरिफिकेशन को कड़ाई से लेते हैं और लिंक्ड बैंक खाते के जरिए भी सेकेंड्री वेरिफिकेशन की जाती है. वजीरएक्स के मुताबिक वे सिर्फ वेरिफाइड खातों को ही फंड विद्ड्रॉ करने की सुविधा देते हैं.
Statement on the recent news:
On June 11, 2021, WazirX had received an email from the NCB enquiring about the said accused and his trading activity on WazirX. Upon checking our records, we identified that the accused is not a WazirX user, and we communicated the same to the
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— WazirX: Bitcoin & Cryptocurrency Exchange in India (@WazirXIndia) June 18, 2021
एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने 11 जून को क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स (WazirX) और कंपनी के डायरेक्टर्स निश्चल शेट्टी और समीन हनुमान म्हात्रे को 2790.74 करोड़ रुपये के क्रिप्टोकरेंसी के ट्रांजैक्शन में फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट, 1999 (FEMA) के उल्लंघन को लेकर कारण बताओ नोटिस भेजा था.
निदेशालय ने कहा है कि चीन की कुछ ऑनलाइन बेट लगाने वाले ऐप्स से जुड़े मनी लॉन्डरिंग के मामले पर जांच को लेकर FEMA की जांच शुरू की गई थी. इस जांच में पाया गया है कि चीन के इस आरोपी व्यक्ति ने विदेश से निर्देश मिलने पर 57 करोड़ रुपये की रकम को क्रिप्टोकरेंसी टेथर (USDT) में तब्दील कर बाइनैंस वॉलेट्स को ट्रांसफर किया था. बाइनैंस वॉलेट्स केमैन द्वीप में रजिस्टर्ड एक्सचेंज है.
ED ने कहा है कि WazirX इस ट्रांजैक्शन के लिए जरूरी कागजात जमा नहीं कराता जो एंटी मनी लॉन्डरिंग (AML) और कॉम्बेटिंग ऑफ फाइनेंसिंग ऑफ टेररिज्म (आतंकवाद की फाइनेंसिंग रोकने से जुड़े नियम) और FEMA की गाइडलाइंस का उल्लंघन है.
ED के मुताबिक जांच के दौरान WazirX के ग्राहकों ने पूल अकाउंट के जरिए 880 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसी बाइनैंस के खातों से भारत में ट्रांसफर किए हैं. और 1400 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसी को बाइनैंस के खातों में बाहर भेजा है. इनमें से कोई भी ट्रांजैक्शन किसी भी ऑडिट या जांच के ब्लॉकचेन में नहीं पाए गए हैं.
निदेशालय ने कहा है कि वजीरएक्स (WazirX) के क्लाइंट्स दुनिया के किसी भी कोने से किसी भी अन्य व्यक्ति को बिना जरूरी कागजातों और पहचान के क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफर कर सकते हैं. इससे ये मनी लॉन्ड्रिंग और गैरकानूनी गतिविधियों के लिए आासन जरिया साबित होता है.
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