शेयर बाजार (Stock Market) में गिरावट और तेजी आम बात है. लेकिन, बिटकॉइन (Bitcoin) की तेजी ने सबको हैरान कर दिया है. बिटकॉइन इन दिनों बुल रन पर है. और बुल रन भी ऐसा कि थमने का नाम नहीं ले रहा. दुनिया की सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) बिटकॉइन अपने रिकॉर्ड हाई (Bitcoin record High) पर है. पिछले एक साल में 1100 फीसदी की तेजी आई है. ठीक एक साल पहले यानि मार्च 2020 में इसकी कीमतें (Bitcoin price) महज 4000 डॉलर थीं. लेकिन, आज इसकी कीमतें 60 हजार डॉलर को पार कर चुकी हैं. एक बिटकॉइन की कीमत (Bitcoin record high) देखें तो करीब 44 लाख रुपए पहुंच चुकी है. अब बुल रन का अंदाजा इस बात से लगाइये कि तीन महीने पहले तक कीमतें सिर्फ 19860 डॉलर यानि करीब 14 लाख 62 हजार रुपए थीं.
कोरोना की वजह से 4 हजार डॉलर हो गई थी कीमत मार्च, 2020 में कोरोना वायरस के पूरी दुनिया में पैर पसारने से एक बिटकॉइन की कीमत (Cyrptocurrency prices) 4 हजार डॉलर थी. मतलब एक साल में इसकी कीमतों में 1100% से ज्यादा का उछाल देखने को मिला है. अमेरिका की ब्रोकरेज और ट्रेडिंग फर्म eToro के मैनेजिंग डायरेक्टर गे हिर्ष के मुताबिक, कोरोना के बाद मार्च में बिटकॉइन की कीमत 4000 डॉलर प्रति यूनिट के नीचे चली गई थी. डॉलर के कमजोर होने की वजह से इसने तेजी से वापसी की. इंडिविजुअल और एसेट मैनेजर बड़ी संख्या में बिटकॉइन खरीद रहे हैं. इस समय करीब 365 बिलियन डॉलर के बिटकॉइन सर्कुलेशन में हैं.
क्या सोने की जगह लेगा बिटकॉइन? Goldman Sachs Group Inc ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि सोना और बिटकॉइन (Bitcoin Vs Gold) साथ-साथ चल सकते हैं. उसके मुताबिक, बिटकॉइन की बढ़ती लोकप्रियता से कुछ हद तक सोने की मांग प्रभावित हो सकती है, लेकिन सोने की चमक फीकी नहीं पड़ेगी. बैंक ने एक नोट में कहा कि हाल में गोल्ड के फीके प्रदर्शन से कुछ निवेशकों में यह चिंता है कि बिटकॉइन सोने की जगह ले सकती है. दुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट फर्म ब्लैकरॉक (BLK) के मुताबिक, सेफ हेवन चॉइस के तौर पर बिटकॉइन गोल्ड (Bitcoin gold price) की जगह जरूर ले सकता है. ब्लैकरॉक के इस बयान के बाद भी बिटकॉइन की कीमतों में तेजी है. हालांकि, दूसरी और छोटी क्रिप्टोकरेंसी में शुमार इथेरियम, XRP, लाइटकॉइन और स्टेलर की कीमतों में भी तेजी है, जिसका सहारा भी बिटकॉइन की कीमतों (Bitcoin Price) को मिल रहा है.
टेस्ला के निवेश से जगी उम्मीदें अमेरिका की इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला (Tesla) ने भी बिटकॉइन में निवेश किया है. कंपनी ने आने वाले वक्त में बिटक्वॉइन से पेमेंट (Bitcoin Payment) लेने के ऑप्शन को भी शामिल किया है. यही नहीं टेस्ला अपनी इन्वेस्टमेंट पॉलिसी में बदलाव कर रही है. आने वाले दिनों में कंपनी कुछ ऑल्टरनेटिव रिजर्व एसेट्स में भी निवेश करेगी. इनमें डिजिटल एसेट्स, गोल्ड बुलियन, गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड शामिल हैं. सिर्फ टेस्ला ही नहीं, सोशल मीडिया की दुनिया में सबसे प्रसिद्ध ट्विटर भी बिटकॉइन में पेमेंट के विकल्प पर विचार कर रहा है.
क्या भारत में बैन हो सकता है बिटकॉइन? भारत का बैंकिंग नियामक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) क्रिप्टो करेंसी पर अपने रुख में बदलाव करने के मूड में नहीं है. RBI ने केंद्र सरकार को इस बारे में अपना मैसेज भेज दिया है. भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी जैसे निवेश विकल्पों पर बैन (Bitcoin Ban in India) लगाने के मूड में है और इस पर अपनी गंभीर चिंता पहले ही जता चुका है. वहीं, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक कॉनक्लेव में कहा था कि फिलहाल सरकार ने किसी भी क्रिप्टोकरेंसी और फिनटेक को लेकर विकल्प बंद नही किए हैं. कैबिनेट इसको लेकर ड्राफ्ट तैयार कर रही है. एक बार कैबिनेट की तरफ से ड्राफ्ट तैयार होने के बाद पूरी तस्वीर साफ हो सकेगी. हालांकि, उन्होंने यह माना था कि बिटकॉइन को बैन (Cyrptocurrency Ban) करने का आखिरी फैसला पूरी तरह से RBI का होगा.
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