डाकघरों में एक हजार से ज्यादा कर्मचारियों के कोविड पॉजिटिव निकलने पर डाककर्मियों (Postal Employees) ने केंद्र सरकार से पोस्ट ऑफिसों में कर्मचारियों की संख्या घटाने की गुहार लगाई है. पोस्ट ऑफिस एम्प्लाई यूनियन के पदाधिकारियों ने मनी 9 को बताया कि उन्होंने डाककर्मियों (Postal Employees) के काम के घंटों को कम करने के लिए नहीं कहा है, बस संख्या घटाने की मांग की है.
1,000 से ज्यादा कर्मचारी कोविड संक्रमित
नेशनल फेडरेशन ऑफ पोस्टल एंप्लॉयीज (एनएफपीई) के महासचिव आरएन पाराशर ने कहा “पहले से ही हमारे सहकर्मियों में से कम से कम 1,000 COVID-19 पॉजिटिव पाए गए हैं. इसके बावजूद सरकार इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है. हमने सेवा कार्यालयों (डाकघर) में कर्मचारियों की कमी की मांग की है. ऐसी स्थिति में डाकघरों में कर्मचारियों की संख्या 50 से अधिक नहीं होनी चाहिए.”
एनएफपीई के पश्चिम बंगाल के स्टेट सेक्रेटरी जनार्दन मजूमदार के अनुसार, हर दिन औसतन 2 से 3 डाक कर्मचारी राज्य में कोविड से संक्रमित हो रहे हैं.
50 फीसदी स्टाफ ही आए
उन्होंने कहा, “अब तक कम से कम 100 डाक कर्मचारी पॉजिटिव हो चुके हैं. अधिकांश संक्रमित कोलकाता जैसे शहरी क्षेत्रों से हैं. हमने राज्य भर के सभी कार्यालयों में अधिकतम 50% कर्मचारियों की उपस्थिति की मांग की है.”
बैंकों में घटाए जा चुके हैं काम के घंटे
इससे पहले बैंक कर्मचारियों के संगठन भी सरकार से ऐसी ही मांग कर चुके हैं और कई जगहों पर बैंकों के आम लोगों से जुड़े कामकाज के घंटे सीमित कर दिए गए हैं.
बैंक कर्मचारियों ने सरकार से अनुरोध किया था कि वे सुबह 10 बजे से 2 बजे के बीच काम के घंटे कम करें. कुछ राज्यों जैसे कि दिल्ली, गुजरात, केरल और छत्तीसगढ़ ने पहले ही दोपहर बैंकिंग के आम लोगों के लिए सेवाओं के घंटे कम करके इसे दोपहर 2 बजे तक कर दिया है.
डाक संघ पदाधिकारियों ने कहा कि डाक विभाग के प्रशासनिक कार्यालयों में पहले से ही वैकल्पिक उपस्थिति के उपाय किए जाते हैं.