एक ओर जहां भारत कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में है वहीं एक ऐसा भी देश हैं जहां मास्क भी लगाने की जरूरत नहीं. यही नहीं, यहां अब स्कूल भी खुल गए हैं. इस देश ने इतनी तेजी से अपने नागरिकों को टीका लगाया कि अब यहां की सरकार ने एक साल से मास्क लगाने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है. ये देश है इजरायल (Israel).
इजरायल में सार्वजनिक इलाकों में अब लोग बिना मास्क के घूम सकते हैं. हालांकि बंद कमरों में और किसी ऐसे जगह जहां लोगों का जमावड़ा या भीड़-भाड़ हो वहां अब भी मास्क लगाना होगा. कोविड-19 की महामारी के एक साल लोगों अब खुली हवा में बिना मास्क घूम सकेंगे.
देश की सरकार ने कोरोना की रोकथाम के लिए लगाए गए प्रतिबंधों में ढील देते हुए शिक्षा संस्थानों को भी वापस खोल दिया है. इजरायल में सभी प्राइमरी और सेकेंडरी क्लास के छात्र स्कूल लौटने लगे हैं.
कैसे हुआ मुमकिन?
इजरायल (Israel) ने तेजी से टीकाकरण किया है जिससे ज्यादातर लोगों को कोरोना रोधी वैक्सीन लगा चुका है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक यहां 93 लाख लोगों की आबादी में से 53 फीसदी लोगों को फाइजर/बियोनटेक (Pfizer/BioNTech) की वैक्सीन के दो डोज लगाए जा चुके हैं. इस वैक्सीन की कारगर क्षमता 90 फीसदी से ज्यादा है. इजरायल ने दिसंबर 2020 से वैक्सीनेशन की शुरुआत की थी.
वैक्सीनेशन ड्राइव की शुरुआत के बाद से देश में कोरोना संक्रमण के गंभीर मामलों और इससे होने वाली लोगों की मौत घटी है. यही वजह है कि यहां इकोनॉमी को फिर से खोला जा रहा है.
देश ने ऐलान किया है कि मई महीने से ऐसे विदेशी यात्रियों को भी देश में एंट्री दी जाएगी जिन्हें वैक्सीन लगाई जा चुकी है. वहां के मंत्री नाशमेन आश का कहना है कि घरों के बाहर मास्क लगाने की अनिवार्यता और स्कूलों में पढ़ाई शुरू करने के फैसले से पहले जोखिम का आकलन किया है.
इजरायल (Israel) के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में अब तक 8.36 लाख लोगों को कोविड-19 संक्रमण हुआ है और कोरोना की चपेट में आकर 6,331 लोगों की जान गई है.