रोजमर्रा के सामान झटपट आपके दरवाजे पहुंचाने वाला ‘क्विक कॉमर्स’ स्टार्टअप Zepto साल 2023 का पहला यूनिकॉर्न बन सकता है. कंपनी को मिलने वाले एक नए निवेश की मदद से इसकी वैल्युएशन 1.3 अरब डॉलर पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है. इसी के साथ यह एक अरब डॉलर से अधिक कीमत वाली कंपनियों, यानी यॉनिकॉर्न, की श्रेणी में शामिल हो जाएगी.
एक प्रमुख बिजनेस अखबर की रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई की Zepto को सीरीज-ई राउंड में StepStone Group से 15 करोड़ डॉलर का निवेश मिलने वाला है. सीरीज-ई में मिलने वाला निवेश इस लिहाज से महत्वपूर्ण माना जाता है कि आमतौर पर इसके बाद कंपनी IPO पेश करने पर विचार करने लगती है.
धीमी रफ्तार से बढ़ रहे यूनिकॉर्न
Zepto की फंडिंग कॉर्पोरेट जगत के निवेश में पड़े सूखे के बीच आई है. इससे पहले 2021 और 2022 में 67 नए यूनिकॉर्न उभरे थे. साल 2021 में 44 और 2022 में 25 स्टार्टअप अच्छी वैल्यूएशन के साथ इस श्रेणी में शामिल हुए थे. हालांकि 2022 की दूसरी छमाही से इनकी संख्या में खास इजाफा नहीं हुआ है. पहली छमाही में जहां 19 स्टार्टअप यूनिकॉर्न बने थे, वहीं दूसरी में केवल 6 ही ऐसी कंपनियां रहीं.
क्विक कॉमर्स
2020 में स्थापित Zepto का बिजनेस मॉडल क्विक कॉमर्स या करीब 10 मिनट में सामान की डिलीवरी पर जोर देता है. इस तरह की कंपनियों की मांग कोरोना काल में तेजी से बढ़ी थी, जब घर से निलके बिना जरूरत का सामान खरीद पाना लोगों के लिए प्राथमिकता बन गई थी. Swiggy Instamart, Blinkit, BB Now जैसे प्लेटफॉर्म भी इसी मॉडल पर काम कर रहे हैं.
Zepto के मौजूदा निवेशकों में Nexus Venture Partners, Combinator, Kaizer Permanente और Glade Brook Capital शामिल हैं. कंपनी को वित्त वर्ष 2021-22 में 390.3 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था. इस अवधि में इसकी आय 142.3 करोड़ रुपए थी, जबकि खर्च 532.7 करोड़ रुपए रहा था. Zepto की मौजूदा वैल्यू 90 करोड़ डॉलर है.