मार्केट में अपना आईपीओ लाने से पहले ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी स्टार्टअप कंपनी जेप्टो ने दोबारा फंड रेज किया है. Zepto ने सीरीज-ई में 20 करोड़ डॉलर (200 मिलियन डॉलर) जुटाए हैं. जिससे कंपनी की वैल्यू 1.4 अरब डॉलर हो गई है. इसी के साथ जेप्टो साल 2023 का पहला यूनिकॉर्न भी बन गया है. इस फंडिंग का नेतृत्व स्टेपस्टोन ग्रुप ने किया, जो मौजूदा निवेशक नेक्सस वेंचर पार्टनर्स का एक हिस्सेदार भी है. इस प्रक्रिया में कैलिफोर्निया स्थित ग्रोथ इक्विटी कंज्यूमर इंटरनेट फंड, गुडवाटर कैपिटल, नेक्सस, ग्लेड ब्रूक कैपिटल और लैची ग्रूम जैसे निवेशक शामिल हुए.
इससे पहले 2022 में Zepto ने अमेरिकी प्रौद्योगिकी स्टार्टअप एक्सेलेरेटर Y कॉम्बिनेटर के कॉन्टिन्युटी फंड के नेतृत्व में फंडिंग की डी-सीरीज चलाई थी. जिसमें कंपनी ने 200 मिलियन डॉलर जुटाए थे. तब कंपनी की वैल्यू 900 मिलियन डॉलर आंकी गई थी. Zepto की स्थापना साल 2021 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के ड्रॉपआउट आदित पालिचा और कैवल्य वोहरा की ओर से की गई थी. इस साल मई में जेप्टो ने अपनी आगामी योजना के तहत कई प्रमुख अधिकारियों का प्रमोशन किया है.
EBITDA में हुआ सुधार
Zepto ने एक बयान में कहा कि कंपनी पूंजी बाजार में बड़ी गिरावट के बीच भी बेहतर प्रदर्शन कर रही है. कंपनी ने अपने ज्यादातर डार्क स्टोर्स से बेहतर कमाई की है. इससे EBITDA में सुधार हुआ है. जेप्टो 12 से 15 महीनों में पूरी तरह से EBITDA में सकारात्मक दिखेगी. कंपनी ने साल-दर-साल अपनी बिक्री में 300% की बढ़ोतरी की है और अगले कुछ तिमाहियों में सालाना बिक्री 1 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है. जेप्टो देश भर में डिलीवरी हब के नेटवर्क के माध्यम से 10 मिनट में 6,000 से अधिक किराना उत्पाद वितरित करता है.