नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी NSE ने वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही या मार्च तिमाही के वित्तीय नतीजों को जारी करने में देरी की है. हालांकि कि ये एक rare event है जोकि काफी कम देखने को मिलता है. दरअसल NSE के बोर्ड ने तिमाही नतीजे जारी करने के लिए 15 मई तक का समय मांगा है. हालांकि NSE ने नतीजे घोषित करने में देरी के पीछे कोई वजह नहीं बताई है. लेकिन सूत्रों का कहना है कि NSE के विभिन्न समूह और सहयोगी इकाईयों की वित्तीय जानकारी को एकत्रित करने में सामान्य से अधिक समय लग रहा है. NSE की अपना कंपनी का IPO लाने की योजना है. इस संदर्व में कंपनी के संभावित निवेशक हर तिमाही के अंतर पर कंपनी के नतीजों का काफी बेसबरी से इंतजार करते हैं. 21 अप्रैल को NSE ने घोषणा की थी कि कंपनी के तिमाही नतीजों पर 28 अप्रैल को बोर्ड की बैठक होगी जो अब 15 मई को जारी किए जाएंगे.
Reliance Capital के लिए एक राहत की खबर
कर्ज समाधान के लिए दिवालिया प्रक्रिया से जुगर रही Reliance Capital के लिए एक राहत की खबर आई है. गुरुवार 4 मई को NCLT ने Credit Suisse ने नेतृत्व वाले bondholders Reliance General Insurance के शेयरों की custody को कंपनी के administrator, Nageswara Rao को लौटाने का आदेश जारी किया है. इससे Reliance Capital के कर्ज समाधान की प्रक्रिया को सहारा मिलेगा. गुरुवार के एपिसोड में हमने आपको बताया था कि Credit Suisse ने Rel Capital की बिक्री की प्रक्रिया को रोकने के लिए लीगल नोटिस भेजा है. इस नोटिस में Credit Suisse ने कंपनी के administrator को कहा है कि रेजोल्यूशन प्लान को implement नहीं किया जा सकता . क्योंकि Credit Suisse के क्लेम को खारिज किए जाने से जुड़ा मामला NCLT में बकाया है. अपने वकीलों के जरिए Credit Suisse ने कंपनी के administrator Nageswara Rao को दिसंबर 2021 तक 8. 7 करोड़ डॉलर या 660 करोड़ रुपए का कर्ज बकाया होने की जानकारी दी है. और ये भी बताया कि Rel Capital की अपनी सहयोगी कंपनी Reliance General Insurance में हिस्सेदारी उसके पास गिरवी पड़ी हुई है. पिछले साल अपने क्लेम reject होने के बाद Credit Suisse और Axis Bank ने NCLT का दरवाजा खटखटाया था. इन खबरों के बीच Rel Capital का शेयर शुक्रवार को करीब 1.5 फीसदी गिरकर बंद हुआ.