अदानी ग्रुप को क्यों बेचना पड़ा पोर्ट, जानिए कितने में हुई डील?
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद सूर्खियों में आए अदानी ग्रुप की कंपनी अदानी पोर्ट्स ने म्यांमार में अपने एक पोर्ट को बेच दिया है. कंपनी ने यह पोर्ट बड़े डिस्काउंट पर बेचा है.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद सूर्खियों में आए अदानी ग्रुप की कंपनी अदानी पोर्ट्स ने म्यांमार में अपने एक पोर्ट को बेच दिया है. कंपनी ने यह पोर्ट बड़े डिस्काउंट पर बेचा है. कंपनी के इस पोर्ट की डील सिर्फ 3 करोड़ डॉलर में हुई है जबकि अदानी ग्रुप की तरफ से इस पोर्ट पर करीब 19.5 करोड़ डॉलर का निवेश किया गया था.
अदानी पोर्ट्स ने एक बयान में कहा है कि नया खरीदार कंपनी को पूरी पेमेंट का भुगतान सिर्फ तीन दिन में कर देगा. पोर्ट की यह डील बिक्री रिस्क कमेटी की सिफारिशों के आधार पर अदानी पोर्ट्स के बोर्ड की ओर से अक्टूबर 2021 में की गई घोषणा के मुताबिक है. इस पोर्ट को बेचने के लिए कंपनी ने मई 2022 में करार करने की घोषणा की थी. हालांकि इस पोर्ट से कंपनी को बड़ा घाटा हुआ है पर जानकारों का मानना है कि इस पोर्ट की बिक्री से आई रकम का इस्तेमाल विदेशी बॉन्ड्स के भुगतान पर होगा.
अदानी ट्रांसमिशन का बायबैक
अदानी ग्रुप की कंपनी अदानी ट्रांसमिशन करीब 10 करोड़ डॉलर के बॉन्ड बायबैक की योजना बना रही है. निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए कंपनी की ओर से यह कदम उठाया जा रहा है. गुरुवार को अदानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदानी एंटरप्राइस के तिमाही नतीजे भी घोषित हुए हैं. मार्च तिमाही में अदानी एंटरप्राइस के मुनाफे में 138 फीसद की बढ़ोतरी हुई है.. मुनाफा 722 करोड़ रुपए दर्ज किया गया है. शेयर बाजार में अडानी पोर्ट्स (Adani Ports Share) ने जानकारी देते हुए बताया था कि 22 अप्रैल को कंपनी की बोर्ड मीटिंग होने जा रही है। इस बोर्ड मीटिंग में डेट सिक्योरिटीज के आंशिक बायबैक पर फैसला किया जाना है. इस खबर के आने के बाद कंपनी के शेयरों में आज तेजी देखने को मिली है. एनएसई में शुक्रवार को अदानी पोर्ट्स का शेयर 677 से 693 रुपए के दायरे में रहा. कारोबार के अंत में अपने पूर्व बंद की तुलना में 4.60 फीसद की तेजी के साथ 684.20 रुपए पर बंद हुआ.