भारतीय टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया आने वाले दो साल में अपनी वित्तीय स्थिति सुधारने की कोशिश कर रही है. नकदी संकट से जूझ रही वोडाफोन-आईडिया इस दौरान 150 अरब रुपए या 1.80 बिलियन डॉलर लोन लेने की योजना बना रही है. दरअसल, वोडाफोन आइडिया वर्तमान में अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वियों रिलायंस जियो और भारती एयरटेल से बहुत पीछे हो गई है. इसके यूजर्स की संख्या में भी लगातार गिरावट आ रही है,
इन बैंकों के साथ चल रही है बातचीत
सूत्रों के मुताबिक, कंपनी लोन के लिए सरकारी बैंकों जैसे भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और पंजाब नेशनल बैंक के साथ ही कुछ और भी निजी बैंकों से भी इसके लिए बातचीत कर रही है. रिपोर्ट्स के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक कई बैंकों के इस समूह को लीड कर सकता है और वोडाफोन आइडिया को कई किस्तों में लोन दे सकता है. हालांकि कंपनी या बैंक की तरफ से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है और बातचीत जारी है.
कंपनी को है उम्मीद करेगी वापसी
गौरतलब है कि वोडाफोन आइडिया यूजर्स की संख्या घटने और नकदी संकट के चलते कर्ज में डूबती जा रही है. ऐसे में, अब कंपनी इससे पहले, कंपनी ने ग्लोबल और घरेलू निवेशकों से लगभग 5,400 करोड़ रुपये जुटाए लिए हैं. अब कंपनी लोन लेने की तैयारी में है. उसे उम्मीद है कि इस लोन से उसका कर्ज कम होगा और कंपनी वापस से पहले की तरह परफॉर्म करने लगेगी.
भारत की सबसे बड़ी शेयर बिक्री
कंपनी ने 5G सेवाएं शुरू करने और 4जी नेटवर्क को एडवांस करने के लिए 5 अरब डॉलर से अधिक जुटाने की योजना बनाई थी. इसी क्रम में वोडाफोन आइडिया ने अपनी दूसरी शेयर बिक्री जिसे भारत की अब तक की सबसे बड़ी बिक्री बताई जा रही है, में 1,600 करोड़ रुपये जुटाए थे. इसे प्रस्तावित शेयरों की तुलना में 6.36 गुना अधिक बोलियां प्राप्त हुईं.