Tata Motors: टाटा मोटर्स समूह ने प्रोडक्ट्स और टेक्नोलॉजी के आधार पर चालू वित्त वर्ष में जबरदस्त गाड़ियां बेचीं हैं. अब टाटा ने वित्त वर्ष (2024-25) के लिए निवेश लक्ष्य को बढ़ाकर 43,000 करोड़ रुपये कर दिया है. इस निवेश में सबसे अधिक हिस्सा समूह की ब्रिटिश इकाई जगुआर लैंड रोवर (JLR) को होगा. कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है.
बीते वित्त वर्ष 2023-24 में टाटा मोटर्स समूह ने जेएलआर के लिए लगभग 30,000 करोड़ रुपये (तीन अरब पाउंड) और टाटा मोटर्स के लिए 8,000 करोड़ रुपये का निवेश तय किया था. यानी कुल मिलाकर यह 38,000 करोड़ रुपये का निवेश था. टाटा मोटर्स समूह के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) पी बी बालाजी ने तिमाही नतीजों के बाद कहा, ‘बीते वित्त वर्ष में जेएलआर का निवेश 3.3 अरब पाउंड यानी करीब 33,000 करोड़ रुपये से अधिक रहा, जबकि टाटा मोटर्स का निवेश 8,200 करोड़ रुपये से अधिक रहा. इस तरह बीते वित्त वर्ष में समूह का कुल निवेश 41,200 करोड़ रुपये था.’
बालाजी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की बात करें, तो जेएलआर के लिए निवेश 3.5 अरब पाउंड (35,000 करोड़ रुपये) रहेगा. इसकी वजह यह है कि हम कई प्रोडक्ट्स के के लिए नई योजनाएं लेकर आ रहे हैं. इन प्रोडक्ट्स में काफी कुह्ह खास होगा जिससे टाटा मोटर्स अपने लक्ष्य से ज्यादा मुनाफा हासिल कर सकती है. उन्होंने कहा, ‘टाटा मोटर्स के लिए हमारा निवेश 8,000 करोड़ रुपये तक का रहेगा.जेएलआर के लिए निवेश में करीब 6 फीसद तक की बढ़ोतरी होगी, जबकि टाटा मोटर्स के लिए यह स्थिर है. उन्होंने बताया कि यह सारा निवेश प्रोडक्ट्स और टेक्नोलॉजी में कीया जाएगा. यानी कंपनी जेएलआर के नए वेरिएशन पर काम कर रही है.
जगुआर लैंड रोवर के सीएफओ रिसर्च मॉलिनेक्स ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2025-26 वह वर्ष है जब हमारे नए प्रोडक्ट्स बाजार में पेश किये जाएंगे. तबतक हमारे पास बाजार में रेंज रोवर बीईवी और अन्य प्रोडक्ट्स भी होंगे. कंपनी नई योजना के साथ काम कर रही है. 2025-26 तक हम उन गाड़ियों को नए वाहनों से बदल देंगे जिनकी बिक्री कम है या जिनसे कमाई कम है.
रेंज रोवर बीईवी पर उन्होंने कहा, ‘हम इसे अलग तरीके से कर रहे हैं. यह कोई बीईवी (बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन) नहीं है जिसे रेंज रोवर के रूप में बेचा जाएगा. यह बीईवी पावरट्रेन वाली रेंज रोवर है.’
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