नकदी की समस्या से जूझ रही नेशनल टेक्सटाइल कॉर्पोरेशन यानी एनटीसी को लेकर बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है. एनटीसी ने अपने कर्मचारियों को दो महीने का वेतन नहीं दिया है. सरकार ने खुद संसद में इसकी जानकारी दी है. संसद में एक सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग उपभोक्ता मामले खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि कर्मचारियों को एनटीसी ने अप्रैल 2023 तक वेतन और बकाए का भुगतान कंपनी के रिजर्व में से किया गया है. यानी कर्मचारियों को मई और जून का वेतन अभी भी नहीं मिला है.
लॉकडाउन की वजह से बंद हुआ था उत्पादन
बता दें कि कोविड-19 महामारी और मार्च 2020 से देशभर लॉकडाउन की वजह से एनटीसी में उत्पादन गतिविधियां बंद हो गई थीं. वहीं उसके बाद से इसमें लगातार समस्याएं देखने को मिल रही हैं. लॉकडाउन हटने के बाद और कच्चे माल की उपलब्धता को देखते हुए एनटीसी ने जनवरी 2021 से 14 मिलों में परिचालन बहाल कर दिया था. हालांकि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर की वजह से अप्रैल 2021 में एनटीसी की सभी मिलों में परिचालन को फिर से बंद कर दिया गया था. कार्यशील पूंजी की अनुपलब्धता और अन्य वित्तीय समस्याओं की वजह से एनटीसी की मिलों का संचालन मौजूदा समय में बंद है.
पीयूष गोयल ने कहा है कि वेतन और बकाए का भुगतान मिलों के मैनेजमेंट और श्रमिकों के बीच आपसी समझौते के अनुसार किया गया है. उन्होंने कहा कि मंत्रालय द्वारा एनटीसी को बजटीय सहायता के रूप में 120.27 करोड़ रुपए दिए गए हैं. इसके अलावा वेतन नहीं मिलने की वजह से एनटीसी कर्मचारियों द्वारा आत्महत्या की कोशिश करने की कोई भी घटना अब तक सामने नहीं आई है. उन्होंने कहा कि एनटीसी मिलों की लगातार खराब आर्थिक स्थिति को देखते हुए नीति आयोग और डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक इंटरप्राइजेज के परामर्श से एनटीसी मिलों के संबंध में आगे की कार्य योजना पर विचार किया जा रहा है. औद्योगिक और वित्तीय पुनर्निर्माण बोर्ड यानी बीआईएफआर द्वारा मंजूर किए गए एनटीसी के रिवाइवल प्लान के मुताबिक 16 एनटीसी मिलों को संयुक्त उद्यम (JV) के जरिए पुनर्जीवित करने के लिए अंतिम रूप दिया गया था.