इंटरनेट पर सामान खरीदने बेचने का धंधा दुनिया भर में फल फूल रहा है. अमेजन जैसी ईकॉमर्स वेबसाइट तो बनी ही इसी के लिए हैं, लेकिन बीते सालों में इसका भी ट्रेंड बदला है. बच्चों से लेकर बूढ़े तक सभी सोशल मीडिया में दिन खपा रहे हैं. इसे देखकर कंपनियां भी अपना सामान बेचने के लिए सोशल मीडिया पर डेरा जमा चुकी हैं. यह धंधा भी चल निकला है. कंपनियां टिकटॉक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर खूब माल बेच रही हैं.
छोटे दुकानदार लगातार इसका विरोध कर रहे हैं. पहले ईकॉमर्स साइट और अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म उनका धंधा चौपट कर रहे हैं. इस बीच इंडोनेशिया की सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है. इंडोनेशिया में टिकटॉक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामान बेचने या सेल्स प्रमोशन पर रोक लगा दी गई है. इंडोनेशिया के इस बोल्ड कदम की दुनिया भर में चर्चा हो रही है. आइए जानते हैं इंडोनेशिया में सोशल मीडिया को लेकर क्या बड़े बदलाव हो रहे हैं. और क्या भारत भी इंडोनेशिया से कुछ सीख लेते हुए ऐसे कोई कदम उठाएगा.
इंडोनेशिया की सरकार ने कहा है कि अब घर, पुरानी कार, टीवी, फ्रिज से लेकर कपड़े और जूते आदि किसी भी सामान की बिक्री सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नहीं की जाएगी. इंडोनेशिया की सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजेक्शन करने पर भी रोक लगा दी है. सरकार ने कहा है कि यह कदम छोटे कारोबारियों को ई-कॉमर्स की प्रतिस्पर्धा से बचाने के लिए उठाया गया है.
इंडोनेशिया में टिकटॉक शॉप और अन्य प्लेटफार्मों पर सस्ते उत्पादों की बाढ़ आई हुई है, इसलिए ऑफ़लाइन विक्रेता इसका विरोध कर रहे थे. यह उनकी रोजीरोटी के लिए बड़ा खतरा बन गया था. टिकटॉक के लिए इंडोनेशिया दुनिया के सबसे बड़े बाजारों में से एक है. इंडोनेशिया पहला देश है जहां टिकटॉक ने शॉप फीचर लॉन्च किया था. ऐसे में यह फैसला टिकटॉक के लिए बड़ा झटका है. वहां की सरकार ने कहा है कि कंपनियां सोशल मीडिया पर विज्ञापन दे सकती हैं लेकिन माल नहीं बेच सकतीं. अगर कंपनियां नियम नहीं मानेंगी तो उनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा.
टिकाटॉक की बात करें तो इंडोनेशिया में इसके 12.5 करोड़ यूजर्स हैं. अमेरिका के बाद इंडोनेशिया टिकटॉक का दूसरा सबसे बड़ा बाजार है. यूजर्स की इतनी बड़ी संख्या के बावजूद इंडोनेशिया सोशल मीडिया पर कार्रवाई करने वाला पहला देश बन गया है.
इंडोनेशिया सरकार की मार सिर्फ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ही नहीं है. यहां ई-कॉमर्स कंपनियों पर भी एक खास बंदिश लगाई गई है. अब इंडोनेशिया में ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म 100 डॉलर से कम कीमत के विदेशी सामान नहीं बेच सकेंगे. इंडोनेशिया के ई-कॉमर्स बाजार में टोकोपीडिया, शॉपी और लाज़ाडा जैसे प्लेटफार्मों का दबदबा है.
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