देश के छह प्रमुख शहरों में ऑफिस स्पेस (कार्यालय स्थल) की मांग में कैलेंडर वर्ष 2023 में 18-22 फीसद की गिरावट आने का अनुमान है.
क्रेडाई और सीआरई-मैट्रिक्स के अनुसार आधार प्रभाव और वैश्विक मंदी के डर से कॉरपोरेट क्षेत्र के अपनी विस्तार योजनाओं से संबंधित निर्णय लेने में देरी के कारण ऑफिस स्पेस की मांग में गिरावट आने की आशंका है.
रियल एस्टेट डेवलपर्स की शीर्ष संस्था क्रेडाई और डेटा एनालिटिक फर्म सीआरई मैट्रिक्स ने अपनी संयुक्त रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि कैलेंडर वर्ष 2023 में श्रेणी ‘ए’ के प्रीमियम कार्यालय स्थल का ताजा पट्टा 5.5-5.7 करोड़ वर्ग फीट था. आंकड़ों में नवीन गणना को शामिल नहीं किया गया है. वर्ष 2022 के दौरान यह आंकड़ा सात करोड़ वर्ग फुट का रहा था.
इस साल जनवरी-सितंबर के दौरान छह प्रमुख शहरों- दिल्ली-एनसीआर, मुंबई महानगरीय क्षेत्र (एमएमआर), बेंगलुरु, पुणे, चेन्नई और हैदराबाद में ऑफिस स्पेस लीज या किराये पर लेने की गतिविधियां पहले ही 4.18 करोड़ वर्ग फुट तक पहुंच चुकी हैं.