आयुर्वेद कंपनी इंडियन मेडिसिन्स फार्मास्युटिकल कॉर्पोरेशन (IMPCL) में सरकार अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मैनकाइंड फार्मा और बैद्यनाथ आयुर्वेद ने सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी में 100% हिस्सेदारी हासिल करने के लिए रुचि पत्र (ईओआई) जमा किए हैं
अंग्रेजी अखबार इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक अन्य बोली लगाने वालों में एक निजी इक्विटी फंड और एक एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी शामिल है. पतंजलि आयुर्वेद की तरफ से बोली लगाने के कयास जताए जा रहे थे लेकिन कंपनी ने ईओआई जमा करने से इनकार कर दिया है.
भारतीय चिकित्सा प्रणालियों को बढ़ावा देने के लिए 1970 के दशक में स्थापित की गई थी. यह कंपनी केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) के तहत संचालित औषधालयों और क्लीनिकों के लिए एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है. सरकार ने सितंबर में IMPCL में अपनी 100 फीसद इक्विटी शेयरहोल्डिंह के प्रस्तावित विनिवेश के लिए ईओआई के लिए एक वैश्विक निमंत्रण प्रसारित किया था.