महिंद्रा ग्रुप अगले तीन सालों में 37,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा. यह निवेश अलग-अलग बिजनेस वर्टिकल्स में होगा. लेकिन निवेश का मुख्य हिस्सा ऑटो सेक्टर में लगाया जाएगा. इसके तहत कंपनी 23 नए वाहन पेश करने की योजना बना रही है. 2030 तक कंपनी 9 इंटरनल कम्बशन इंजन (आईसीई) SUV, 7 बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (BEV) और सात हल्के कमर्शियल व्हीकल पेश करना चाहती है. 9 इंटरनल कम्बशन इंजन SUV में से 6 बिल्कुल नए मॉडल होंगे और तीन मौजूदा गाड़ी के रिफ्रेश्ड वर्जन होंगे. खबर लिखे जाते समय Mahindra & Mahindra के शेयर एनएसई पर 7.27 फीसद के उछाल के साथ 2544.15 रुपये पर कारोबार करते देखे गए.
किस सेगमेंट में कितना निवेश?
कंपनी ने FY25 और FY27 के बीच ऑटो डिविजन के लिए 27,000 करोड़ रुपये रखे हैं. कंपनी इंटरनल कम्बशन इंजन वर्टिकल में 14,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. महिंद्रा के MD और CEO अनीश शाह ने कहा कि ईवी सेगमेंट को 12,000 करोड़ रुपये मिलेंगे.
वेटिंग पीरियड घटेगा?
इसके अलावा, कंपनी फार्म और सर्विसेज कारोबार में 5,000 करोड़ रुपये लगाएगी. एमएंडएम के कार्यकारी निदेशक और CEO (ऑटो और फार्म सेक्टर) राजेश जेजुरिकर ने कहा कि कंपनी की योजना अगले साल के अंत तक अपनी SUV की मैन्यूफैक्चरिंग को मौजूदा 49,000 यूनिट प्रति माह से बढ़ाकर 64,000 यूनिट प्रति माह करने की है. वित्त वर्ष 26 के अंत में कंपनी इसे प्रति माह 72,000 यूनिट तक करना चाहती है. उन्होंने कहा कि कंपनी के पास वर्तमान में 2.2 लाख वाहनों के ऑर्डर पेंडिंग हैं. कंपनी इनका वेटिंग पीरियड घटाना चाहती है.